Chardham Yatra Online Registration , केदारनाथ यात्रा पंजीकरण

उत्तराखंड सरकार द्वारा श्रद्धालुओं को चारधाम यात्रा करने के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को 2 महीने पहले आरम्भ कर दिया गया है जिससे श्रद्धालुओं किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पढ़े। पर्यटन विभाग ने दर्शनार्थियों को चार विकल्प प्रदान किए है जिसमे जो भी श्रद्धालु चारो धाम यात्रा करना चाहते है उन्हें पहले अपना रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा। बिना रजिस्ट्रेशन किये श्रद्धालु चारों धामों की यात्रा नहीं कर सकते है उत्तराखंड सरकार द्वारा श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य सेवाएं एवं अन्य प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे श्रद्धालु सफलतापूर्वक चारधाम यात्रा कर सके। अगर आप चार धामों की यात्रा करना चाहते है तो आप ऑनलाइन के माध्यम से अपने घर बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकते है आज हम आपको इस लेख के माध्यम से Chardham Yatra Registration से सम्बन्धी जानकारी प्रदान करने जा रहे है जिससे आप आसानी से अपना रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे।

Uttarakhand Chardham Yatra 2023

भारत में हिंदुओं सबसे प्रमुख तीर्थ स्थलों में चार धाम यात्रा उत्तराखंड के पहाड़ो में चार स्थल पर होती है चार धाम यात्रा करने के लिए लोग को बहुत बड़ी तादात रहती है दूर -दूर से लोग अपनी मनोकामना लेकर चार धाम यात्रा करते है जिससे उनके जीवन में सुकून प्राप्त होता है इस वर्ष भी 6 महीने के लम्बे समय बीतने के बाद उत्तराखंड में चार धाम यात्रा को शुरू किया जा रहा है जिससे श्रद्धालु केदारनाथ बद्रीनाथ गंगोत्री और यमुनोत्री के दर्शन कर सकेंगे। चार धाम की पवित्र यात्रा उत्तरकाशी में यमुनोत्री से शुरू होती है जिसके बाद उसी जिले में गंगोत्री तक जाती है यात्रा का तीसरा गंतव्य रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ मंदिर है और आखिर में गंतव्य चमोली जिले में स्थित बद्रीनाथ धाम पर जाकर यात्रा पूरी होती है

इस यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को 1607 किलोमीटर तक की दुरी तय करते है Uttarakhand Chardham Yatra के लिए उत्तराखंड सरकार ने पूर्ण तैयारी कर ली है इस बार यात्रियों के लिए स्वास्थय विभाग दुआ बेहतर स्वास्थय सुविधा का लाभ दिया जाएगा।

2 लाख श्रद्धालु कर चुके हैं चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण

Uttarakhand Char Dham Yatra के लिए अब तक 200,000 श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन कर चुके है पर्यटन विभाग के उपनिदेशक योगेंद्र गंगवार ने बताया कि 21 फरवरी 2023 को चारधाम यात्रा के लिए पंजीयन प्रक्रिया को आरंभ किया गया था। इन 13 दिनों के भीतर ही केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पंजीकरण किया है। जिसमें से केदारनाथ के लिए 1.12 लाख श्रद्धालुओं ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। वहीं बद्रीनाथ के लिए 92 हजार श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक ने यह भी बताया कि औपचारिक रूप से गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि तय होने के बाद ही दोनों धामों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया जाएगा।

Uttarakhand Char Dham Yatra Key Point

आर्टिकल का नामUttarakhand Chardham Yatra
चारधाम स्थल उत्तराखंड
विभाग उत्तराखंड पर्यटन विभाग
लाभार्थी चारधामों की यात्रा करने वाले श्रद्धालु
उद्देश्य श्रद्धालुओं को चारों धामों की यात्रा करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा प्रदान करना
साल 2023
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया ऑनलाइन

Char Dham Yatra पर आने वाले लोगों के लिए एयर एंबुलेंस का रहेगा इंतजाम

राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से एयर एम्बुलेंस की सुविधा को शुरू करने के लिए प्रस्ताव रखा था जिसे केंद्र सरकार द्वारा स्वीकार कर लिया गया है चारो धाम की यात्रा के दौरान सरकार और एम्स ऋषिकेश संयुक्त रूप से एयर एंबुलेंस संचालित करेंगे। क्योकि पेडल चलने की वजह से श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्या का सामना करना पड़ता है इसलिए उन्हें तत्काल एयर एंबुलेंस के माध्यम से एम्स ऋषिकेश या श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में उपचार उपलब्ध कराया जाएगा।

चारधाम के कपाट खुलने की तिथि

  • चारों धामों के दर्शन करने के लिए चारधाम के कपाट को निम्नलिखित तिथि पर खोला जाएगा।
  • 22 अप्रैल को यमुनोत्री का कपाट खोला जाएगा।
  • गंगोत्री में 22 अप्रैल को दर्शन के लिए कपाट खोला जाएगा।
  • वही केदारनाथ में 25 अप्रैल को कपाट खोले जाएंगे।
  • बद्रीनाथ में 27 अप्रैल को भक्तों को दर्शन कराने के लिए कपाट खोले जाएंगे।

Chardham Yatra Uttarakhand के लिए मुख्य बिंदु

  • जो उत्तराखंड के निआवसी नहीं है उन्हें ही चार धाम यात्रा के लिए पंजीकरण करना पड़ता है।
  • जो नागरिक उत्तराखंड के निवासी है उन्हें रजिस्ट्रेशन करने की आवशकता नहीं है।
  • यात्री रजिस्ट्रेशन करने के बाद ही चार धाम यात्रा के साथ-साथ उत्तराखंड में कहीं भी घूम सकेंगे।
  • यात्रियों को अपना ई पास बनवाने की ज़रूरत नहीं है यात्रियों को सिर्फ अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा।
  • उत्तराखंड की सीमा नारसन में आशा रोड़ी श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा सकेंगे। इसके अलावा ऋषिकेश और अलग-अलग यात्रा मार्गो पर भी पंजीकरण केंद्रों की सुविधा उपलब्ध होगी।
  • अधिक यात्री होने की वजह से सरकार द्वारा यात्रियों की संख्या को सीमित कर दिया गया है।
  • प्रथम चरण में प्रीतिदिन केदारनाथ में 9000 रजिस्ट्रेशन और बद्रीनाथ में 10,000 रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे।
  • यात्री व्हाट्सएप की सहायता से भी अपना पंजीकरण करवा सकते है।
  • टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है जहां पर संपर्क कर चारधाम यात्रा के लिए जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • पेडल मार्ग पर चलने वाले यात्रियों के लिए हर 1 किलोमीटर पर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे।
  • Chardham Yatra Uttarakhand पर यात्रियों की सुविधा को मेहत्व देते हुए स्वास्थ्य शिविर की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी।
  • इसके लिए शिविरों में डॉक्टरों, विशेषज्ञ डॉक्टरों की व्यवस्था की जाएगी।
  • सरकार का पूरा प्रयास है कि यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए परेशानियों का सामना ना करना पड़े।
  • इन शिविरों में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को यात्रा के दौरान तैनात किया जाएगा। ताकि श्रद्धालुओं को ठीक समय पर ही उपचार किया जा सकेगा।

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया

  • रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपको पहले टूरिस्ट केयर उत्तराखंड की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना है।
  • इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुलकर आएगा।
  • इस होम पेज पर आपको रजिस्टर/लॉगिन के विकल्प पर क्लिक करना है।
  • इसके बाद आपके सामने  खुलकर आएगा।
  • अब आपको इस पेज पर दो विकल्प दिखाई देंगे
  • इस पेज पर आपको दो ऑप्शन दिखाई देंगे। रजिस्ट्रेशन या लॉगिन
  • अब आपको रजिस्टर योरसेल्फ फॉर चारधाम एंड हेमखुन्ड फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी को सही से दर्ज करना है।
  • इसके बाद आपको टूर कंपनी का नाम, GST नंबर, पासवर्ड और कंफर्म पासवर्ड दर्ज करना होगा।
  • इसके बाद आपको साइन इन के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
  • इस तरह से आप रजिस्ट्रेशन कर सकते है।

Leave a Comment