Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2023:- जैसे के हम सभ जानते है सही भोजन न मिलने की वजह से बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते है जिसकी वजह से उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है यह सभी पर्याप्त भोजन नहीं मिलने की वजह से होता है जिस कारण बच्चों में एनीमिया कैल्शियम आदि की कमी पाई जाती है इस कठिन समस्या को समाप्त करने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत जी द्वारा मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना को शुरू किया है इस योजना के माध्यम से कक्षा एक से 8 तक के बच्चों को निशुल्क दूध मुहैया कराया जाएगा। जिससे एनीमिया कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सके। इस योजना से सम्बंधित से जुडी सभी ज़रूरी जानने के लिए इस लेख को आखिर तक अवश्य पढ़े। क्योंकि इस लेख के ज़रिये हम आपको इस योजना से सम्बन्धी सभी जानकारी बताने जा रहे है जो आपके बहुत लाभकारी साबित होने वाली है।
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Mukhyamantri Bal Gopal Yojana 2023
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत जी द्वारा 29 नवंबर जयपुर में मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना 2022 की शुरुआत की गयी है जिसके ज़रिये से क्लास आठवीं तक के बच्चो को मिड डे मील के अलावा दूध उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे बच्चो में एनीमिया कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सके। जो हर हफ्ते में दो बार मंगलवार और शुक्रवार को दूध उपलब्ध कराया जायेगा। जो बच्चे कक्षा 1 से 5 तक में है उनको 15 ग्राम पाउडर दूध से 150 मिलीमीटर दूध और जो बच्चे कक्षा 6 से 8 तक में है उनको 20 ग्राम पाउडर दूध से 200 मिलीमीटर दूध स्कूलों द्वारा पीने के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। Mukhyamantri Bal Gopal Yojana के तहत जितने भी विद्यालय, प्राइमरी विद्यालय, मदरसों, विशेष प्रशिक्षण केंद्र मिड डे मील से जुड़े है उनको सरकार द्वारा पाउडर वाला दूध मुहैया कराया जाएगा। और यह पाउडर ऑपरेटिव डेयरी फाउंडेशन से खरीदा जाएगा।
Overview Of Mukhyamantri Bal Gopal Yojana
योजना का नाम | Mukhyamantri Bal Gopal Yojana |
शुरू की गई | मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा |
शुभारंभ | 29 नवंबर 2022 |
उद्देश्य | छात्र-छात्राओं को पोषण प्रदान करने के लिए दूध का वितरण करना |
लाभार्थी | कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे |
राज्य | राजस्थान |
साल | 2023 |
राजस्थान मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का उद्देश्य क्या है
मुख्यमंत्री बल गोपाल योजना की शुरुआत करने का उद्देश्य राज्य के विद्यालय, प्राइमरी विद्यालय, मदरसों, विशेष प्रशिक्षण केंद्रों में पढ़ रहे बच्चो को हफ्तेर में दो बार दूध उपलब्ध करना है जो मंगलवार और शुक्रवार को दिया जाएगा। जिससे बच्चो में एनीमिया कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सके। इस योजना के ज़रिये पाउडर मिल्क की खरीद ऑपरेटिव डेयरी फाउंडेशन से खरीद की जाएगी। बच्चो की प्रार्थना सभा के बाद ही उनको दूध उपलब्ध किया जाएगा। यदि तय किये गए दिन अवकाश हो जाता है तो स्तिथि में अगले शिक्षक दिवस पर बच्चो को दूध मुहैया किया जायेगा। जिससे बच्चो में शारीरिक एवं मानसिक होगा और वह बीमारियों से भी दूर रहेंगे।
मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत कितनी मात्रा में दूध दिया जाएगा
कक्षा स्तर | पाउडर मिल्क की मात्रा (प्रति छात्र) | तैयार दूध की मात्रा (प्रति छात्र) | चीनी की मात्रा |
प्राथमिक (कक्षा एक से 5 तक) | 15 ग्राम | 150 मिलीमीटर | 8.4 ग्राम |
उच्च प्राथमिक (कक्षा 6 से 8 तक) | 20 ग्राम | 200 मिलीमीटर | 10.2 ग्राम |
मुख्यमंत्री बल गोपाल योजना के फायदे एवं गुण जाने
- जो विद्यालय, प्राइमरी विद्यालय, मदरसों, विशेष प्रशिक्षण केंद्र मिड डे मील योजना से जुड़े है उनके बच्चो इस योजना के तहत दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
- क्लास आठवीं तक के बच्चो को मिड डे मील के अलावा दूध उपलब्ध कराया जाएगा। जो हर हफ्ते में दो बार मंगलवार और शुक्रवार को दूध उपलब्ध कराया जायेगा।
- यदि तय किये गए दिन अवकाश हो जाता है तो स्तिथि में अगले शिक्षक दिवस पर बच्चो को दूध मुहैया किया जायेगा।
- जो बच्चे कक्षा 1 से 5 तक में है उनको 15 ग्राम पाउडर दूध से 150 मिलीमीटर दूध और जो बच्चे कक्षा 6 से 8 तक में है उनको 20 ग्राम पाउडर दूध से 200 मिलीमीटर दूध स्कूलों द्वारा पीने के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
- इस योजना का वितरण मिड डे मील योजना की सहायता से हर जिले में मिल्क पाउडर बांटा जाएगा एवं मिल्क पाउडर का वितरण आरसीडीएफ द्वारा प्रत्येक विद्यालय में जाकर किया जाएगा।
- स्कूल के प्रबंधक की ज़िम्मेदारी रहेगी की बच्चो दूध प्रदान किया जाए इसके अलावा दूध गुणवत्ता को मापने की जिम्मेदारी विद्यालय प्रबंधन समिति तथा आरसीडीएफ की होगी।
- Mukhymantri Bal Gopal Yojana के तहत बच्चो के मानसिक एवं शारीरिक विकास होगा।
- जिससे बच्चे आसानी से शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
- इस योजना के माध्यम से राजस्थान के लगभग 60 लाख बच्चों को लाभ दिया जाएगा।
- इस योजना के ज़रिये बच्चो में एनीमिया कैल्शियम की कमी को दूर किया जा सकेगा।
राजस्थान मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना के तहत योग्यता
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए मिड डे मील योजना के लाभ्यर्थी उच्च प्राथमिक विद्यालयों, मदरसों, स्पेशल ट्रेनिंग सेंटर में अध्ययनरत बच्चे होंगे।
- राजस्थान राज्य के कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चे ही इस योजना का लाभ उठा सकते है।