स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 | MyGov.in Swachh Survekshan | स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण पुरस्कार | स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 लिस्ट
भारत के प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी जी द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 (Swachh Survekshan) की शुरुआत स्वच्छ भारत मिशन के अनुसार की गयी है। इस सर्वेक्षण के अनुसार इस वर्ष की कवायद में अपशिष्ट जल के निस्तारण और अतिरिक्त मापदंडो पर ध्यान दिए जाने का प्रावधान किया गया है, और यह सर्वेक्षण भारत के सभी शहरों और कस्बों में किया जायेगा। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के अनुसार आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार राज्यों की रैंकिंग की भी घोषणा की जाएगी। व्यवहार परिवर्तन को बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ प्रक्रिया को अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रति वर्ष, स्वच्छ सुरक्षण को नवीन रूप दिया जाता है। इस लेख में हम आपको स्वच्छ सर्वेक्षण के लाभ, उदेश्य के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।
Swachh Survekshan 2022
इस वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण का छठा संस्करण है और केंद्रीय सरकार द्वारा प्रेरक उदार सम्मान नामक पुरस्कार के नयी श्रेणी की घोषणा की गयी है। इस सम्मान के आधार पर पांच अतिरिक्त उप श्रेणी -दिव्य (प्लैटिनम), अनुपम (गोल्ड), उज्जवल (सिल्वर), उदित (ब्रॉन्ज), आरोही (एस्पायरिंग) बनायीं जाएँगी और इस सर्वेक्षण के अंतर्गत हर वर्ष नयी आयामों को शामिल किया जाता है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी जी ने बताया है कि पिछले वर्ष की तरह स्वच्छता कड़ी की निरंतरता सुनश्चित करने की दिशा में मंत्रालय के प्रयासों के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 का संकेतक अपशिष्ट जल के निस्तारण और फिर से इसे इस्तेमाल योग्य बनाने पर केंद्रित होगा। इस साल भी स्वच्छ सर्वेक्षण (Swachh Survekshan) में नयी आयामों को शामिल किया गया है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के लाभ, समस्त जानकारी
- यह सर्वेक्षण देश भर के सभी शहरों और कस्बों में किये जाने जाने का प्रावधान किया गया है।
- इस वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण में कचरा मुक्त और खुले में शौच मुक्त शहरों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा।
- संकेतक अपशिष्ट जल उपचार से संबंधित मापदंडों को इस सर्वेक्षण के अनुसार ही सुधार किया जायेगा।
- हमेशा नागरिक सहभागिता पर इस सर्वेक्षण का मुख्य फोकस रहा है।
- इस वर्ष नागरिक केंद्रित ध्यान में काफी वृद्धि हुई है, क्योंकि नागरिकों और उनके योगदान शहर के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के नेतृत्व में नए विचारों के लिए अंक आवंटित किए जाएंगे।
- पिछले 3 सालों से स्वच्छ सर्वेक्षण को पूरी तरह से डिजिटल बना दिया गया है। स्वच्छ भारत मिशन में इस समय 15 इन-हाउस और 10 थर्ड पार्टी एप्लिकेशन चल रही हैं जिनको विकसित किया गया है और वर्तमान में स्वच्छ भारत मिशन के लिए चल रही हैं।
- स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 1.87 करोड़ नागरिकों की भागीदारी हुई थी। वर्ष 2018 का स्वच्छता सर्वेक्षण विश्व का सबसे बड़ा सर्वेक्षण माना जाता है और इसमें 4203 शहरों की रैंकिंग की गयी थी ।
- वर्ष 2019 में न केवल 4,237 शहरों को कवर किया, बल्कि 28 दिनों के रिकॉर्ड समय में पूरी तरह से पूरी तरह से डिजिटल सर्वेक्षण भी पूरा किया था।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 का उद्देश्य
हम जानते हैं कि देश में ऐसे भी शहर और कस्बे हैं जहाँ सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण देश में बीमारियां बढ़ती ही जा रही हैं और इतने बड़े मुद्दे को एक छोटा सा मुद्दा समझ कर लोग इससे पीछा छुड़ाने की कोशिश करते हैं। भारत देश में इसी समस्या को देखते हुए देश के प्रधान मंत्री जी द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 (Swachh Survekshan) शुरुआत की गयी है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 का मुख्य उदेश्य देश में फैले गीले, शुष्क और खतरनाक अपशिष्ट द्वारा फैली बिमारियों से भारत को मुक्त कराना है। इसके लिए देश में फैले पुनर्चक्रण, निर्माण मलबा का निस्तारण, कचरा स्थल पर फेंके जाने वाले कचरा की मात्रा और शहरों की सफाई की स्थिति पर गौर किया जाएगा, जिससे की देश को स्वच्छ रखा जा सके और इस वर्ष भी शहर को स्वच्छ बनाने में निगम का सहयोग करें।
प्रेरक दाउर सम्मान
प्रेरक दाउर सम्मान की 5 अतिरिक्त उप श्रेणियां हैं जो निम्न प्रकार दी हुई है-
- दिव्या (प्लेटिनम)
- अनुपम (स्वर्ण)
- उज्जवल (रजत)
- उदित (कांस्य)
- आरोही (आकांक्षी)
उच्च शिक्षा अल संस्थानों के लिए स्वछता रैंकिंग पुरस्कार
मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा इस मिशन स्वछता को हर शैक्षणिक संस्थान को शामिल करने, उन्हें न केवल परिसर की स्वच्छता बल्कि गाँव की स्वच्छता के लिए प्रोत्साहित करने, एक स्वच्छ और शुद्ध सोच वाले भारत में योगदान दिया है। स्वच्छ शिक्षा के लिए उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच स्वस्थ सहकर्मी दबाव उत्पन्न करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा स्वछता रैंकिंग अभ्यास शुरू कर दिया गया है। वर्ष 2017 की तुलना में 2018 साल की रैंकिंग को शिक्षण संस्थानों से दोगुना प्रतिक्रिया मिली है और 6000 से अधिक संस्थानों ने भाग लिया है। वर्षा जल संचयन, सौर ऊर्जा, छात्रावास रसोई उपकरण की गुणवत्ता, जल आपूर्ति प्रणाली की गुणवत्ता, रख-रखाव विधि परिष्कार आदि जैसे पहलुओं को शामिल करने के लिए मापदंडों को अधिक वैज्ञानिक बनाया गया है, जिससे कि छात्र सीखने के लिए वातावरण स्वच्छ बने और उच्च विचार की ओर बढ़े।
पुरस्कार पाने वालों की सूची
पुरस्कार | वर्ग | शहरी स्थानीय निकाय (राज्य) का नाम | |
1 | भारत का सबसे साफ शहर – नंबर 1 | राष्ट्रीय | Indore (Madhya Pradesh) |
2 | भारत का सबसे साफ शहर – नंबर 2 | Bhopal (Madhya Pradesh) | |
3 | भारत का सबसे साफ शहर – नंबर 3 | चंडीगढ़ | |
4 | भारत का ‘सबसे बड़ा बड़ा शहर’ | > 10 लाख | Vijaywada (Andhra Pradesh) |
5 | भारत का ‘फास्टेस्ट मोवर’ बड़ा शहर | > 10 लाख | गाजियाबाद ( उत्तर प्रदेश ) |
6 | ‘सिटीजन फीडबैक’ में भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर | > 10 लाख | Kota (Rajasthan) |
7 | ‘इनोवेशन एंड बेस्ट प्रैक्टिसेज’ में भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर | > 10 लाख | Nagpur (Maharashtra) |
8 | ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर | > 10 लाख | Navi Mumbai (Maharashtra) |
9 | भारत का सबसे साफ मध्यम शहर | 3 – 10 लाख | मैसूरु ( कर्नाटक ) |
10 | भारत का ‘फास्टेस्ट मोवर’ मीडियम सिटी | 3 – 10 लाख | Bhiwandi (Maharashtra) |
1 1 | ‘सिटीजन फीडबैक’ में भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर | 3 – 10 लाख | Parbhani (Maharashtra) |
12 | ‘इनोवेशन एंड बेस्ट प्रैक्टिसेज’ में भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर | 3 – 10 लाख | Aligarh (Uttar Pradesh) |
13 | ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर | 3 – 10 लाख | मैंगलोर (कर्नाटक) |
14 | भारत का सबसे स्वच्छ छोटा शहर | 1 – 3 लाख | नई दिल्ली नगरपालिका परिषद |
15 | भारत का India’s सबसे तेज मोवर ’छोटा शहर | 1 – 3 लाख | Bhusawal (Maharashtra) |
16 | ‘सिटीजन फीडबैक’ में भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर | 1 – 3 लाख | Giridih (Jharkhand) |
17 | ‘इनोवेशन एंड बेस्ट प्रैक्टिसेज’ में भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर | 1 – 3 लाख | Ambikapur (Jharkhand) |
18 | ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ शहर | 1 – 3 लाख | Tirupati (Andhra Pradesh) |
19 | सबसे साफ राज्य की राजधानी / केन्द्र शासित प्रदेश | कैपिटल सिटी / यूटी | ग्रेटर मुंबई (महाराष्ट्र) |
20 | फास्टेस्ट मूवर स्टेट कैपिटल / यूटी | Jaipur (Rajasthan) | |
21 | बेस्ट स्टेट कैपिटल / यूटी इन सिटीजंस फीडबैक | रांची (झारखंड) | |
22 | बेस्ट स्टेट कैपिटल / यूटी इन ‘इनोवेशन एंड बेस्ट प्रैक्टिसेस’ | पणजी ( गोवा ) | |
23 | ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट’ में बेस्ट स्टेट कैपिटल / यूटी | ग्रेटर हैदराबाद (तेलंगाना) |
स्वच्छ सर्वेक्षण के अंतर्गत शहर संकेतक का वर्गीकरण
सर्वेक्षण 6 द्वारा सूचक-वार प्रदर्शन मानदंडों के आधार पर शहरों को वर्गीकृत किया जायेगा, जिसकी पूरी जानकारी हमने नीचे दी हुई है आप इसे विस्तारपूर्वक पढ़े और देश की स्वछता में अपना योगदान दे।
- इस सर्वेक्षण के अनुसार कचरे को गीला, सूखा और खतरनाक श्रेणियों में विभाजित किया जायेगा।
- शहरों और कस्बों लोगों द्वारा उत्पन्न गीले कचरे के खिलाफ प्रसंस्करण क्षमता प्रदान की जाएगी।
- स्वच्छ सर्वेक्षण के द्वारा गीले और सूखे कचरे का प्रसंस्करण और पुनर्चक्रण किया जायेगा।
- निर्माण और विध्वंस (सी एंड डी) अपशिष्ट का प्रसंस्करण किया जायेगा।
- इस सर्वेक्षण के अनुसार लैंडफिल में जाने वाले कचरे की प्रतिशतता पर ध्यान दिया जायेगा।
- समय-समय पर शहरों की स्वच्छता स्थिति पर पूरी तरह से ध्यान से दिया जायेगा।
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हम उम्मीद करते हैं की आपको स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 से सम्बंधित जानकारी जरूर लाभदायक लगी होंगी। इस लेख में हमने आपके द्वारा पूछे जाने वाले सभी सवालो के जवाब देने की कोशिश की है।
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