मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना 2024: Saksham Suposhan Yojana लाभ व पात्रता

उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने बजट 2022 मैं एक नई योजना की घोषणा की है। इस योजना का नाम UP Saksham Suposhan Yojana है। इस योजना के तहत सरकार द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों पर रजिस्टर्ड 6 महीने से 5 साल तक की आयु के बच्चे एवं एनीमिया ग्रस्त 11 से 14 वर्ष की स्कूल जाने वाली बालिकाओं को ड्राई राशन के साथ-साथ अन्य पोषक तत्व प्रदान किये जायेंगे। मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के लिए सरकार ने बजट में 100 करोड रुपए निर्धारित किए हैं।

एक जानकारी के अनुसार अलीगढ़ जनपद में 7032 बच्चे अति कुपोषित और 20174 बच्चे कुपोषित श्रेणी में आते हैं। हाथरस जनपद में 2732 बच्चे अति कुपोषित श्रेणी में और 16800 बच्चे कुपोषित श्रेणी में आते हैं। मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना का उद्देश्य बच्चों तथा महिलाओं में कुपोषण की कमी को दूर करना है। सरकार ने कुपोषित बच्चों तथा महिलाओं को योजना का लाभ प्रदान करने के लिए एक अभियान भी चलाया है।इसके लिए सरकार चयनित अधिकारियों तथा क्षेत्रों जैसे आंगनवाड़ी केंद्रों पर कुपोषण को दूर करने के लिए राशन भी उपलब्ध कराएगी।

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UP Saksham Suposhan Yojana 2024

उत्तर प्रदेश सरकार ने एक नई योजना शुरू की है इस योजना का नाम Uttar Pradesh Saksham Suposhan Yojana है। इस योजना को शुरू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य पोषित बच्चों एवं एनीमिया ग्रस्त किशोरियों को अतिरिक्त पोषण प्रदान करके सेहतमंद बनाना है। इस योजना के लिए सरकार द्वारा 100 करोड रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के तहत लाभार्थियों को आंगनवाड़ी केंद्रों से ड्राई राशन के साथ साथ अतिरिक्त पोषण प्रदान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना

इसके अलावा, पोषण कार्यक्रम के लिए 4094 करोड़ रुपये और राष्ट्रीय पोषण अभियान के लिए 415 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। कुपोषण को दूर करने के लिए, सरकार चरणबद्ध तरीके से पोषण अभियान में जीवन चक्र के दृष्टिकोण को अपना रही है, भारत सरकार के पास 0 से 06 साल के बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण स्तर में सुधार और गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए महत्वाकांक्षी राष्ट्रीय पोषण है। राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत मिशन का गठन किया गया है, जिसमे चरणबद्ध तरीके से कुपोषण को खत्म करने के लिए अगले 03 वर्षों के लिए लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।

Highlights of the Saksham Suposhan Yojana

नामUP Saksham Suposhan Yojana
आरम्भ की गईमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा
वर्ष2024
बजट4094 करोड़ रुपये
लाभार्थीमहिलाएं
आवेदन की प्रक्रियाजारी नहीं
उद्देश्यकुपोषण के शिकार बच्चों को लाभ प्रदान करना
श्रेणीउत्तर प्रदेश सरकारी योजनाएँ
आधिकारिक वेबसाइटhttp://up.gov.in/

UP Saksham Suposhan Yojana 2024 की विशेषताएं

  • यूपी मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के तहत कुपोषण के शिकार बच्चों को लाभ प्रदान किया जाएगा।
  • एनीमिया से ग्रसित किशोरियों को भी योजना के तहत सम्मिलित किया जाएगा।
  • आगामी 3 वर्षों तक कुपोषित बच्चों तथा किशोरियों को लाभ प्रदान किया जाएगा।
  • राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत इस योजना को चरणबद्ध तरीके से आरंभ किया जाएगा।
  • बच्चों का वजन ना भरना पोषण की कमी लंबाई ना प्रणव रोग प्रतिरोधक क्षमता अर्थ पोषण जैसे समस्याओं का समाधान इस योजना के द्वारा किया जाएगा।
  • उत्तर प्रदेश सरकार उपयुक्त रोगों से बचाव के लिए इस योजना को आरंभ कर रही है।
  • 5 माह से लेकर 6 वर्ष तक की आयु के बच्चों को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा।
  • Saksham Suposhan Yojana के तहत बच्चों में आई कुपोषण की कमी को दूर करने का लक्ष्य रखा गया है।
  • एनीमिया से ग्रस्त स्कूल ना जाने वाली 11 से 14 वर्ष की आयु सीमा की बालिकाओं को भी योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा।

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मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना 2024 का लक्ष्य

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के तहत निर्धारित किये गए लक्ष्य कुछ इस प्रकार है

  • 0-6 वर्ष के बच्चों में ठिगनेपन की रोकथाम और 6 प्रतिशत की कुल कमी (प्रति वर्ष 2%)
  • 0 से 6 वर्ष के बच्चों के कुपोषण की रोकथाम और 6% की कुल कमी  (प्रति वर्ष 2%)
  • 6 से 59 महीने के बच्चों में एनीमिया के प्रसार को 9% कम करना ( प्रति वर्ष 3% )
  • 15 से 49 वर्ष की किशोर, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं के बीच एनीमिया की व्यापकता में 9% की कमी ( प्रति वर्ष 3% )
  • कम जन्म के वजन के साथ पैदा होने वाले बच्चों की कुल संख्या में 6 प्रतिशत की गिरावट (प्रति वर्ष 2%)

Saksham Suposhan Yojana कुपोषण के प्रभाव

  • यदि व्यक्ति को लंबे समय तक संतुलित आहार नहीं मिलता तो ऐसे में व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी आने के कारण व्यक्ति किसी भी बीमारी का जल्द ही शिकार हो जाता है।
  • बच्चों में कुपोषण की समस्या बहुत अधिक देखने को मिलती है। एक आंकड़ों के अनुसार छोटी उम्र के बच्चों की मौत का सबसे बड़ा कारण ही होता है । कुपोषण के कारण ही स्त्रियों में रक्ताल्पता यहां घेंघा रोग अथवा बच्चों में सूखा रोग या रतौंधी एवं अंधत्व तक की समस्याएं होती हैं।
  • मानव उत्पादकता पर कुपोषण का सबसे गंभीर प्रभाव देखने को मिलता है जिससे मानव उत्पादकता लगभग 10 से 15% तक कम हो जाती है। यह देश के आर्थिक विकास मैं भी बाधा उत्पन्न करती है।

हम उम्मीद करते हैं की आपको मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना से सम्बंधित जानकारी जरूर लाभदायक लगी होंगी। इस लेख में हमने आपके द्वारा पूछे जाने वाले सभी सवालो के जवाब देने की कोशिश की है। यदि अभी भी आपके पास इस योजना से सम्बंधित सवाल है तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। इसके साथ ही आप हमारी वेबसाइट को बुकमार्क भी कर सकते हैं।

पूछे गए प्रश्नों के उत्तर

UP Saksham Suposhan Yojana क्या है?

UP Saksham Suposhan Yojana योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई एक नई योजना है जो कि बच्चों में कुपोषण की कमी को दूर करने के लक्ष्य के साथ शुरू की गई है।

मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना के तहत लाभार्थियों का चयन कैसे होगा।

सबसे पहले संबंधित विभाग कुपोषित बच्चों का डाटा तैयार करेगा और फिर योजना के तहत इन कुपोषित बच्चों को योजना का लाभ प्रदान कर उनके कुपोषण की कमी को दूर किया जाएगा।

Saksham Suposhan Yojana के तहत किन्हें कवर किया जाएगा?

Saksham Suposhan Yojana के तहत एनीमिया ग्रस्त किशोरियों को आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा चुनाव करके योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा।

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