UP Gehu Kharid Registration Online 2023 @ eproc.up.gov.in, ई-क्रय प्रणाली

UP Gehu Kharid Registration, यूपी गेहू खरीद पंजीकरण करने की प्रक्रिया व eproc.up.gov.in ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन तथा UP Gehu Kharid Status देखे | उत्तर प्रदेश गेहू खरीद ई-क्रय प्रणाली क्या है

कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा ई-क्रय प्रणाली किसान पंजीकरण (ई उपार्जन) की शुरुआत की है। इस UP गेहूं खरीद पोर्टल पर पंजीकरण कराकर किसान भाई अपनी उपज को ऑनलाइन मोड में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सकेंगे। इस पोर्टल को खाद्य एवं रसद विभाग उत्तर प्रदेश ई-क्रय प्रणाली के सहयोग से शुरू किया गया है। इस पोर्टल को  ई-उपार्जन का नाम दिया गया है जिसपर क्सियन भाई eproc.up.gov.in आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से पंजीकरण की प्रकिया को पूरा कर सकते हैं। किसान भाई इस पंजीकरण के बाद होनी रबी की फसल (गेहूं) को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर सरकारी एजेंसियों को बेच सकते हैं। यहाँ इस लेख में हम आपको UP गेहूं खरीद ऑनलाइन किसान पंजीकरण की प्रकिया के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।

Table of Contents

UP गेहूं खरीद ई-क्रय प्रणाली

देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा लॉक-डाउन की व्यवस्था की गयी है। इस लॉक-डाउन की अवधि को 3 मई तक के लोइये बढ़ा दिया गया है। ऐसे में रबी के सीजन को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 15 अप्रैल 2020 से ई-क्रय केन्द्रो पर UP गेहूं खरीद की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा गेहूं खरीद की प्रक्रिया को 15 मई तक के लिए खुला रखा गया है। राज्य के जो किसान भाई  अपनी फसल को बेचना चाहते है तो वह खाद्य एवं रसद विभाग की ई – क्रय प्रणाली की  ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण कर सकते है। यहाँ इस लेख में हम आपको ऑनलाइन पंजीकरण से सम्बंधित सभी जानकारियों का विवरण साझा करेंगे।

किसानों से की गई गेहूं खरीद 3,99,935

जैसे की हम सब जानते है की पुरे देश में कोरोना काल चलते यूपी गेहू खरीद ऑनलाइन पोर्टल जारी है। अब तक 20.50 लाख मैट्रिक टन गेहूं की जा चुकी है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लगभग 3,99,935 किसानों के अंतर्गत की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा प्रदेश की 11 एजेंसियों को खरीद करने की ज़िम्मदारी प्रदान की गई है। इन 11 एजेंसियों में से 7 एजेंसियों ने क्रय केंद्र संचालित किए है। लगभग 3252 क्रय केंद्र उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा संचालित की गई है। जिनसे की करीब 9 लाख मैट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई है। सरकार द्वारा अब तक उत्तर प्रदेश में 5612 क्रय केंद्र स्थापित किये गए है।

UP गेहूं खरीद

यूपी में अब तक 20.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हुई

हम सभी जानते है केंद्र सरकार और राज्य सरकार किसानों को लाभ देने के लिए अन्य तरह की योजनए आरम्भ करती है जिसके तहत उत्तर प्रदेश सरकार ने eproc.up.gov.in पोर्टल को शुरू किया था अब वर्तमान में कोरोना काल के चलते उत्तर प्रदेश में अभी तक सरकार द्वारा लगभग 3,99,935 किसानों से 20.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं नए मूल्य के द्वारा खरीदा लिया गया है। राज्य में गेहूं खरीद करने का जिम्मा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 11 एजेंसियों को दिया गया था। जिसके तहत चार एजेंसियों ने कोई क्रय केंद्र संचालित नहीं किया है। सर्वाधिक 3252 केंद्र उत्तर प्रदेश सहकारी संघ के माध्यम से संचालित किए गए हैं। जिसके तहत लगभग नौ लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चूका है। राज्य सरकार के माध्यम से प्रदेश में कुल 5612 क्रय केंद्र स्थापित हुए है। इसके अलावा प्रदेश कृषि उपज मंडी परिषद ने 48 जिलों में 110 गेहूं खरीद केंद्र स्थापित पहली बार किए हैं।

1 अप्रैल से एमएसपी पर शुरू होगी गेहूं की खरीद

यूपी सरकार ने कहा है की 1 अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं की खरीद कर दी जाएगी। सरकार के निर्देश अनुसार 15 जून तक किसानों से सीधे गेहूं खरीदेगी। यह खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,975 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं पर होगी। उत्तर प्रदेश के खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने कहा कि गेहूं का समर्थन मूल्य इस साल 1,975 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है। गेहूं की बिक्री के लिए, किसानों को खाद्य और रसद विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण करना आवश्यक है, जिसे लॉन्च किया गया है। किसान खुद को या साइबर कैफे और सार्वजनिक सुविधा केंद्रों के माध्यम से पंजीकृत कर सकते हैं।

गेहूं खरीद में सुनिश्चित की जाएगी पारदर्शिता

एक प्रस्तुतीकरण प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद विना कुमारी जी के द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है। इस प्रस्तुतीकरण में विभिन्न प्रकार प्रस्ताव मुख्यमंत्री जी के द्वारा प्रस्तुत किये जायेंगे। मुख्यमंत्री जी द्वारा कहा गया है की क्रय केंद्रों पर विभिन्न प्रकार के इंस्ट्रूमेंट जैसे – नमी मापक यंत्र, डबल जाली का छलना‍, इलेक्ट्रॉनिक कांटा आदि उपलब्ध कराया जायेगा। आपको बता दे की यह सभी उपकरण 10 मार्च तक क्रय केंद्रों पर उपलब्ध कराये जायेंगे।

फ्री राशन कार्ड एप्लीकेशन फॉर्म

Highlights of UP Gehu Kharid

नामUP गेहूं खरीद ई-क्रय प्रणाली
आरम्भ की गईप्रदेश सरकार द्वारा
लाभार्थीखेतिहर किसान
पंजीकरण की प्रक्रियाऑनलाइन
उद्देश्यसमर्थन मूल्य पर उपज की खरीद
श्रेणीउत्तर प्रदेश सरकारी योजनाएं
आधिकारिक वेबसाइटeproc.up.gov.in/

उत्तर प्रदेश गेहूं खरीद किसान योजना का उद्देश्य

लॉक डाउन कि वजह से  देश के किसानो को अपनी फसल बेचने में असुविधा हो रही है और भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है ।यही कारण है की राज्य सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल लॉन्च किया है जिस पर उत्तर प्रदेश के किसान अपनी गेहू की फसल बेचने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते है। तांकि किसान समय से बेच कर पैसे प्राप्त करके अपना जीवन यापन आसानी से कर सकें। फसल बिक जाने पर उसके बदले में मिलने वाली धनराशि सीधे किसानों के बैंक अकॉउंट में पंहुचा दी जाएगी।

किसानो के लिए ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था

उत्तर प्रदेश के खाद्य आयुक्त ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए इस साल ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था हुई है, जिसके तहत किसान अपनी सुविधा के लिए क्रय केंद्र पर गेहूं की बिक्री के लिए टोकन ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि क्रय केंद्रों के रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर के द्वारा जियो-टैगिंग हो रही है। इससे किसान क्रय केंद्र की स्थिति और पता ले सकेंगे।

किसानो के लिए नामिती की भी है व्यवस्था

चौहान ने कहा कि पारदर्शी खरीद के उद्देश्य से इस साल गेहूं की खरीद ‘इलेक्ट्रॉनिक प्वाइंट ऑफ परचेज’ के द्वारा होगी। इसके तहत किसानों का अंगूठा लगाकर आधार प्रमाणीकरण कराकर खरीद की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों की सुविधा की देखते हुए, इस साल नामांकित व्यक्तियों की भी व्यवस्था की गई है। अगर कोई किसान स्वयं क्रय केंद्र पर आने में असमर्थ होता है, तो वह अपने परिवार के किसी सदस्य को नामित कर सकता है। नामांकित सदस्य को पंजीकरण फॉर्म में उल्लेख कर देना है। इस नामित सदस्य का आधार प्रमाणीकरण भी होगा।

किसान कर सकेंगे अपील

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बताया गया कि यदि केंद्र प्रभारी के माध्यम से किसान के गेहूं को खारिज कर दिया जाता है, तो किसान तहसील स्तर पर काम करने वाले क्षेत्रीय विपणन अधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति के समक्ष अपील कर सकता है। उन्होंने बताया कि अगर गेहूं की मात्रा 100 क्विंटल से अधिक है, तो समेकन के तहत गांव और बटाईदारों का सत्यापन उप जिला मजिस्ट्रेट के माध्यम से किया जाएगा। अगर किसान सीलिंग अधिनियम के माध्यम से निर्धारित सीमा से अधिक भूमि पर गेहूं की उपज की बिक्री के लिए पंजीकरण करता है, तो जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में गठित एक समिति इसे सत्यापित करेगी।

यूपी गेहूं खरीद अप्रैल 2022 से होगी आरंभ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 29 जनवरी 2021 को, गेहूं खरीदने का निर्देश दिया। यह गेहूं की खरीद 1 अप्रैल 2021 से शुरू की जाएगी। गेहूं खरीद के तहत, किसानों को किसी भी क्रय केंद्र पर कोई समस्या नहीं होगी। भंडारण गोदामों और क्रय केंद्रों में गेहूं की सुरक्षा के लिए सभी इंतजाम होंगे। इस वर्ष गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50 रूपए की वृद्धि की गई है। अब गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 1975 रूपए प्रति क्विंटल कर दिया गया है। समय सारिणी और प्रस्तावित क्रय नीति के अधिकारियों के साथ गेहूं खरीद 2021-2022 के संबंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा एक बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में, मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जल्द ही गन्ना किसानों की तरह गेहूं किसानों को ऑनलाइन पर्ची सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिन क्रय एजेंसियों के रिकॉर्ड अच्छे नहीं हैं, उन्हें काम नहीं दिया जाएगा। सभी क्रय केंद्रों और भंडारण गोदामों पर जियो टैगिंग की जाएगी, जिससे किसानों को फायदा होगा।

गेहूं खरीद में सुनिश्चित पारदर्शिता

प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद वीना कुमारी जी द्वारा प्रस्तावित खरीद नीति के संबंध में एक प्रस्तुति भी दी गई। इस प्रस्तुति में विभिन्न प्रकार के सुझाव मुख्यमंत्री द्वारा प्रस्तुत किए गए। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के उपकरण जैसे नमी मापने के उपकरण, डबल मेश स्पिल, इलेक्ट्रॉनिक कांटा आदि को क्रय केंद्रों पर उपलब्ध कराया जाना चाहिए। इन सभी उपकरणों को 10 मार्च तक क्रय केंद्रों पर उपलब्ध कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि इस वर्ष, ई-पॉप मशीनों के माध्यम से बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से गेहूं खरीदने की व्यवस्था की जाएगी। यह प्रणाली पारदर्शिता बनाएगी। इस वर्ष गेहूँ बटाईदारो से भी प्राप्त किया जाएगा।

क्रय केंद्रों पर पथ प्रदर्शक चिन्ह

मुख्यमंत्री द्वारा क्रय केंद्रों पर पथ प्रदर्शक संकेत देने और ग्राम पंचायतों में क्रय केंद्रों की सूची के साथ एक दीवार पेंटिंग बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं, जिससे किसानों को सुविधा होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को पूरी गेहूं खरीद प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, तांकि किसी भी किसान को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। किसानों को समय पर गेहूं का भुगतान किया जाएगा और यह पूरी प्रक्रिया अधिकारियों द्वारा सरल तरीके से आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अप्रैल-मई के दौरान छाजन केंद्रों पर पेयजल की व्यवस्था होना अनिवार्य है।

ई-क्रय उपार्जन (खरीद) प्रणाली की विशेषताएं

  • ई-क्रय प्रणाली की शुरुआत से किसान भाई लॉक-डाउन की स्थिति में ऑनलाइन मोड़ में अपनी फसलों को बेच सकेंगे।
  • इस योजना का लाभ उत्तर प्रदेश के उन किसानो को प्रदान किया जायेगा जो अपनी गेहू की फसल को बेचना चाहते है ।
  • किसान भाइयो को मंडियों उसी तिथि को पहुंचना है जिस तारीख को टोकन में बताया गया है।
  • मंडियों में अपनी उपज को ले जाने पहले किसानो को मोबाइल नंबर पर टोकन दिया जायेगा। किसानों को यूपी ई-उपार्जन पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा कर टोकन जिससे किसान अपनी बारी पर ही मंडियों में जायेंगे।
  • उत्तर प्रदेश सरकार ने इस वर्ष के लिए प्रदेशभर में गेहूं की खरीद हेतु 5500 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इस केन्द्रो पर 1925 रुपये / क्विंटल के न्यूनतम समर्थन (MSP) तथा  55 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का टारगेट रखा गया है

UP गेहूं खरीद पंजीकरण हेतु आवश्यक दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • वोटर आईडी कार्ड
  • निवास प्रमाण पत्र
  • बैंक अकाउंट पासबुक
  • मोबाइल नंबर
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • भूमि के राजस्व अभिलेख
  • खसरा – खतौनी, खसरा संख्या और जमीन का रकबा एवं गेहूं का रकबा आदि की जानकारी

ई-क्रय प्रणाली किसान पंजीकरण 2022 की जरूरी बातें

  • किसान को पंजीकरण के समय में गेहूं के खेत का विवरण देना जरूरी है।
  • खेत के विवरण में खतौनी/खसरा संख्या, गेहूं का रकबा भरना आवश्यक है।
  • आवेदक को आधार कार्ड, बैंक पास बुक व राजस्व अभिलेखों का सही विवरण दर्ज करना होगा ।
  • सभी किसान भाई रजिस्ट्रेशन होने के बाद रजिस्ट्रेशन नंबर और उसका प्रिंट जरूर ले लें।
  • आवेदक किसान द्वारा मोबाइल नंबर देकर रजिस्ट्रेशन ड्राफ्ट फिर से प्रिंट किया जा सकता है।
  • इसके साथ ही मोबाइल नंबर देकर रजिस्ट्रेशन में संशोधन किया जा सकता है।
  • जब तक आवेदन लॉक नहीं किया जाता है, रजिस्ट्रेशन स्वीकार नहीं किया जायेगा।
  • मोबाइल नंबर पर रजिस्ट्रेशन की पूरी जानकारी भेजी जाएगी।
  • 100 क्विंटल से अधिक गेहूं की बिक्री के लिए एसडीएम से सत्यापन कराया जायेगा।
  • गेहूं बेचने के बाद केन्द्र प्रभारी से पावती पत्र अवश्य प्राप्त कर ले।

UP गेहूं खरीद हेतु किसान पंजीकरण 2023 कैसे करे

राज्य एक जो भी किसान भी ई-क्रय प्रणाली के द्वारा ऑनलाइन मोड में अपनी फसलों को बेचना के लिए पोर्टल पर पंजीकरण कराना चाहते हैं, उन्हें नीचे दिए गए आसान से चरणों का पालन करना होगा।

  • सबसे पहले सभी आवेदक किसानो को खाद्य एवं रसद विभाग, उ० प्र० ई-क्रय प्रणाली की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। ई-क्रय प्रणाली आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जायेगा।
UP गेहूं खरीद
  • वेबसाइट के होमपेज पर आपको “गेहू खरीद हेतु किसान पंजीकरण” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा
  • इस पेज पर आपको 7 स्टेप दिखाई देंगे। यहाँ आपको सबसे पहले पंजीकरण प्रपत्र पर क्लिक कर देना है।
उत्तर प्रदेश गेहूँ खरीद
  • आपके सामने एक पंजीकरण पेज खुल जायेगा। यह आपको अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड भरकर “आगे बढे” बटन पर क्लिक कर देना है।
  • इसके बाद आपकी कंप्यूटर और मोबाइल स्क्रीन पर रबी फसल (गेहूं खरीद) के लिए किसान ऑनलाइन पंजीकरण प्रपत्र / फॉर्म खुल जायेगा।
 किसान पंजीकरण
  • किसान ऑनलाइन पंजीकरण प्रपत्र / फॉर्म में आपको अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर, पिता, पति का नाम, तहसील, जनपद आदि जानकारी दर्ज करनी होगी।
  • सभी जानकारी भरने के बाद आप अपने द्वारा दर्ज जानकारी की जाँच करके “सबमिट करे” बटन पर क्लिक कर दे।

धान खरीद हेतु किसान पंजीकरण कैसे करे?

धान खरीद हेतु किसान पंजीकरण के ऑनलाइन  पंजीकरण के लिए आप नीचे दिए गए चरणों को फॉलो कर सकते हैं।

  • सबसे पहले आपको खाद्य एवं रसद विभाग, उ० प्र० ई-क्रय प्रणाली की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जायेगा।
UP गेहूं खरीद
  • वेबसाइट के होमपेज पर आपको मेन्यू में “गेहू खरीद हेतु किसान पंजीकरण” के विकल्प पर क्लिक करना है। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा।
  • इस पृष्ठ पर, आप एक-एक करके छह चरणों की जाँच कर सकते हैं।
  • अब आपको अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करना होगा और अंत में आगे बढे हुए बटन को दबाना होगा।
  • उसके बाद, एक धान फसल के लिए, किसान ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म खुल जाएगा
  • नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर, पिता, पति का नाम, तहसील, जनपद आदि जैसे आवश्यक विवरणों के साथ फॉर्म भरें
  • फॉर्म, पूरी तरह से भरने के बाद, रजिस्टर बटन दबाएं

मक्का खरीद हेतु किसान पंजीकरण कैसे करे?

मक्का खरीद हेतु किसान पंजीकरण के ऑनलाइन  पंजीकरण के लिए आप नीचे दिए गए चरणों को फॉलो कर सकते हैं।

  • सबसे पहले आपको खाद्य एवं रसद विभाग, उ० प्र० ई-क्रय प्रणाली की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुल जायेगा।
  • वेबसाइट के होमपेज पर आपको मेन्यू में “मक्का खरीद हेतु किसान पंजीकरण” के विकल्प पर क्लिक करना है। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा।
  • इस पेज पर आपको छह स्टेप दिखाई देंगे। सबसे पहले आप पंजीकरण प्रपत्र के विकल्प पर क्लिक करें। एक पंजीकरण पेज आपकी कंप्यूटर स्क्रीन पर खुल जायेगा। 
  • इस पेज में दिए गए कॉलम में अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड भरें और “आगे बढे” का बटन दबाएं।
  • आगे बढ़े  दबाने पर आपकी स्क्रीन पर मक्का फसल (मक्का खरीद) के लिए किसान ऑनलाइन पंजीकरण प्रपत्र / फॉर्म खुल जायेगा।
  • अब आप  ऑनलाइन पंजीकरण के लिए इस प्रपत्र / फॉर्म में अपनी जानकारी जैसे  नाम, पता, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड नंबर, पिता, पति का नाम, तहसील, जनपद आदि जानकारी भर सकते है ।
  • सभी जानकारी भरने के बाद एक बार फिर से दर्ज जानकारी की जाँच करें और “सबमिट करे” का बटन दबाकर पंजकिरण प्रक्रिया पूरी करें ।

पंजीकरण संसोधन / ड्राफ्ट

  • अगर किसी किसान भाई द्वारा ई-क्रय प्रणाली के तहत पंजीकरण के दौरान किसी प्रकार की त्रुटि हो गयी है तब वह पंजीकरण फॉर्म में संशोधन करा सकता है।
  • इसके लिए आपको स्टेप – 4, पंजीकरण संशोधन के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक पंजीकरण फॉर्म का पेज खुल जायेगा।
पंजीकरण संसोधन / ड्राफ्ट
  • आपको पंजीकरण फॉर्म में सुधार करके “सुरक्षित करे” बटन पर क्लिक कर देना है।

किसान पंजीकरण प्रारूप

  • किसान भाई ई-क्रय प्रणाली (ई उपार्जन) के ऑनलाइन पंजीकरण फॉर्म भरने से पहले आवेदन पत्र का प्रारूप भी देख सकते है।
  • पंजीकरण के प्रारूप के माध्यम से आपको फॉर्म में जानकारियों को दर्ज करने में किसी भी प्रकार की मुश्किल का सामना नहीं करना पड़ेगा।
  • आप नीचे दिए गए डायरेक्ट लिंक पर क्लिक करके पंजीकरण प्रारूप की पीडीएफ कॉपी को डाउनलोड कर सकते हैं। 

डायरेक्ट लिंक: – UP गेहूँ खरीद किसान पंजीकरण प्रपत्र प्रारूप

पंजीकरण फॉर्म प्रिंटआउट

  • वह सभी किसान भाई जिन्हें ऑनलाइन मोड में ई-क्रय प्रणाली (ई उपार्जन) के तहत पंजीकरण फॉर्म को भरा है वह फॉर्म का प्रिंट भी निकाल सकते हैं।
  • इसके लिए आपको स्टेप – 6 पंजीकरण प्रिंट के विकल्प पर क्लिक कर देना है, जिसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा।
किसान पंजीकरण फॉर्म प्रिंट
  • इस पेज पर आपको किसान पंजीकरण संख्या, मोबाइल नंबर और कैप्चा कोड दर्ज करके “आगे बढे” बटन पर क्लिक कर देना है।
  • अब पूर्ण रूप से भरा हुआ पंजीकरण फॉर्म आपकी स्क्रीन पर खुल जाएगा जिसको आप प्रिंट या सेव कर सकते हैं|

लॉक के उपरांत टोकन बनाये

  • UP गेहूं खरीद ई-क्रय प्रणाली के द्वारा रबी फसल (गेहूं खरीद) के लिए ऑनलाइन मोड में पंजीकरण कराने के बाद आपको अपनी फसल को मंडी में बेचने जाने के लिए टोकन की आवश्यकता होगी।
  • इसके लिए आपको स्टेप – 7 लॉक के उपरांत टोकन बनाये विकल्प पर क्लिक कर देना है। आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा। यहाँ आपको किसान पंजीयन आईडी, मोबाइल नंबर और कॅप्टचा कोड भरकर “आगे बढे” के बटन पर क्लिक कर देना है।
UP गेहूं खरीद 2020
  • आपके सामने स्क्री पर फसल (गेहूं खरीद) हेतु ऑनलाइन टोकन का पेज खुल जायेगा। किसान इसे प्रिंट कर सकते हैं। इसके एक प्रति किसान को मोबाइल नंबर पर भी प्राप्त होगी, जिसमें उपज को मंडी लेकर जाने का दिन और समय दोनों अंकित होंगे।

मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की प्रक्रिया

  • सबसे पहले आपको खाद एवं रसद विभाग सार्वजनिक वितरण प्रणाली उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने होम पेज खुल कर आ जाएगा।
  • वेबसाइट के होम पेज पर आपको खरीद हेतु किसान पंजीकरण के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जाएगा।
मोबाइल ऐप डाउनलोड
  • इस नए पेज पर आपको “मोबाइल ऐप डाउनलोड करें” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। 
  • आपके द्वारा क्लिक करने के बाद मोबाइल ऐप आपके डिवाइस में डाउनलोड हो जाएगा। इसके बाद आपको इस ऐप को इंस्टॉल करना है। 
  • इस तरह आप अपने डिवाइस में मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते है। 

प्रोक्योरमेंट मॉड्यूल पर डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट सेव कैसे करे ?

  • सबसे पहले आपको खाद एवं रसद विभाग सार्वजनिक वितरण प्रणाली उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल कर आ जाएगा।
  • वेबसाइट के होम पेज पर आपको गेहूं क्रय प्रबंधन प्रणाली 2021-22 के विकल्प पर क्लिक कर देना है, इसके बाद आपको लॉगिन के सेक्शन शाखा में वितरण शाखा और यूजरटाइप में डिपो यूजर का चयन कर देना है।
ई प्रोक्योरमेंट मॉड्यूल पर डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट सेव
  • अब आपको अपने जनपद का चयन करके, अपनी यूज़र आईडी, पासवर्ड तथा कैप्चा कोड को दर्ज कर देना है।
  • इसके बाद आपको डिजिटल सिग्नेचर संरक्षित करेंगे विकल्प पर क्लिक कर देना है, और आपके सामने एक नया पेज कहल जाएगा।
  • अब आपको इस पेज पर ऑफिसर रोल, मोबाइल नंबर, ऑफिसर नेम, डीएससी वैलिडिटी फॉर्म, ऑफिसर नेम इन डीएससी, डीएससी वैलिडिटी टू दर्ज कर देना है।
  • आपके द्वारा सभी जानकारी दर्ज करने के बाद, आपको सर्टिफिकेट सिलेक्ट कर देने है और हस्ताक्षरित करें के विलाप पर क्लिक कर देना है।
  • इस तरह आप डिजिटल सिगनेचर सर्टिफिकेट सेव कर सकते है।

खरीदे हुए गेहूं का विवरण सुरक्षित कैसे करे?

  • सबसे पहले आपको अपने मोबाइल फोन में ई प्रोक्योरमेंट ऐप पर जाना है इसके बाद, आपको क्रय केंद्र प्रभारी की लॉगइन आईडी और पासवर्ड को भर देना है।  आपके द्वारा जानकारी भरने के बाद, अब आपको लॉगइन के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
  • इसके बाद आपको किसान सर्च के विकल्प पर क्लिक कर देना है, और किसान की आईडी और क्राय तिथि को डाल देना है, और आपको “जमा करें” के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
  • अब आपके सामने किसान से संबंधित सभी जानकारी खुल जाएगी, अब आधार प्रमाणीकरण पर स्वयं या फिर मनोनीत व्यक्ति में से किसी एक का चयन कर देना है।
  • इसके बाद आपको “जमा करें” के विकल्प पर क्लिक कर देना है, अब किसान को बायोमेट्रिक को स्कैन कर देना है।
  • आपके द्वारा स्कैन करने के बाद, अब केंद्र प्रभारी को भी अपना बायोमेट्रिक स्कैन कर देना है।
  • सभी जानकारी का चयन करने के बाद, आपको “जमा करें” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। अब आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जाएगा।
  • अब आपको इस पेज पर पूछी गई सभी जानकारी को दर्ज कर देना है और आपको ओके के बटन पर क्लिक कर देना है।
  • इस तरह आप खरीदे गए गेहूं का विवरण सुरक्षित कर  पाएगे।

ओटीपी सत्यापन कैसे करे?

यदि आप उत्तर प्रदेश राज्य के नागरिक है ओर आप बायोमेट्रिक सत्यापन 3 बार से ज्यादा बार फेल कर चुके है तो आपको ओटीपी सत्यापन करना होगा, और ओटीपी सत्यापन करने के लिए हमने नीचे प्रक्रिया दी है।

  • सबसे पहले आपको अपने मोबाइल फोन में e-procurement ऐप खोलना है, इसके बाद आपको क्रय केंद्र प्रभारी का यूजर नम और पासवर्ड को भर देना है। आपके द्वारा सभी जानकारी दर्ज करने के बाद, आपको लॉगइन के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
  • इसके बाद आपको किसान सर्च के विकल्प पर क्लिक कर देना है, अब आपको किसान की आईडी दर्ज कर देनी है और “जमा करें” के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
  • आपके द्वारा क्लिक करने के बाद, आपको आधार प्रमाणीकरण के तहत स्वयं या मनोनीत व्यक्ति के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
  • इसके बाद आपको “जमा करें” के तहत पर सेट कर देना है, और आपको बायोमेट्रिक स्कैन के बटन पर क्लिक कर देना है।
  • इसके बाद स्कैन फेल होने की स्थिति में आपके सामने ओटीपी का पेज खुल कर आ जाएगा, अब आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर आपको एक ओटीपी भेजा जाएगा।
  • अब आपको इस ओटीपी को ओटीपी बॉक्स में दर्ज कर देना है और जमा करें के विकल्प पर क्लिक कर देना है।

केंद्र प्रभारी लॉगइन के तहत उपलब्ध विवरण

  • डैशबोर्ड– आपके द्वारा रजिस्टर करने के बाद, आप लोगिन करते है तो आपके सामने डैशबोर्ड खुल कर आ जाता है। इस डैशबोर्ड पर आप योजना से संबंधित सभी जानकारी देख सकते है, और इसकी सहायता से आप सेटिंग्स की जानकारी भी ले सकते है।
  • किसान खोजे– आपके द्वारा किसान की संख्या करने के बाद, किसान से संबंधित पूरा ब्योरा आपके सामने खुल कर आ जाएगा।
  • अस्वीकृति संदेश– यदि किसी अन्य खरीद केंद्र से किसान की खरीद खारिज कर दी गई हो तब यह अस्वीकृति संदेश खुल कर आ जाता है।
  • किसान का विवरण– अब आपके सामने पूरी जानकारी खुल कर आ जाएगी, इसके बाद सभी जानकारी सही होने पर किसान को स्वयं या मनोनीत नागरिक का चयन कर देना है।
  • किसान बायोमेट्रिक सत्यापन– आपके द्वारा स्वयं या मनोनीत नागरिक का चयन करने के बाद, आपको बायोमेट्रिक सत्यापन करना होगा और यह सत्यापन स्केनर के द्वारा आपकी फिंगरप्रिंट से होगा।
  • किसान ओटीपी सत्यापन– इसके बाद आपको बायोमेट्रिक सत्यापन की तीन बार से अधिक फेल होने की स्थिति में आपको ओटीपी सत्यापन करना होगा और ओटीपी सत्यापन करने के लिए किसान के आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी सेंड किया जाता है जिसके द्वारा प्रक्रिया को पूरा किया जाता है।
  • केंद्र प्रभारी के बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण– आपके द्वारा बायोमेट्रिक सत्यापन करने के बाद केंद्र प्रभारी का बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण करना है, और यह प्रमाणीकरण पूरा होने के खरीद प्रवेश फॉर्म आपके सामने खुल कर आ जाता है।
  • खाद्य मानक प्रपत्र– इसके बाद एक खाद मानक पत्र आपके सामने खुल कर आ जाएगा, आगा केंद्र प्रभारी के माध्यम से वस्तु सत्यापन का चयन हां करा है तो खरीद एंट्री फॉर्म खुल कर आ जाएगा, नहीं में करा है तो अस्वीकृति पेज खोल कर आ जाएगा।
  • खरीद प्रवेश– खरीद प्रभारी के माध्यम से आपको सभी अवश्य फील्ड दर्ज कर देने है और सबमिट करें के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
  • सफल खरीद– आपके द्वारा खरीद सफल हो जाने के बाद, आपको एक बिल प्रिंट करने के लिए एक विकल्प दिखाई देगा।
  • बिल की रसीद– अब आपको इस बिल प्रिंट के विकल्प पर क्लिक कर देना है और बिल की रसीद प्रिंट हो जाएगी।
  • अस्वीकृत कारण– यदि किसी कारण केंद्र प्रभारी के माध्यम से आपके द्वारा पत्र में नहीं के विकल्प पर क्लिक किया गया है तो आपके सामने अस्वीकृति से संबंधित सभी जानकारी खुल कर आ जाएगी, अब आपको इस पेज पर केंद्र प्रभारी के कारणों का चयन कर देना है और सेव के बटन पर क्लिक कर देना है।

Do’s and Don’ts प्रोक्योरमेंट मशीन

Do’s

  • यदि आप मशीन का उपयोग रोज़ करते है तो आपको इस्तेमाल करने से पहले बैटरी को 4 से 5 घंटे चार्ज करना होगा।
  • एफपीएस ओनर के माध्यम से मशीन का उपयोग रोज नहीं किया जाएगा तब भी मशीन को हर रोज़ चार्ज करना होगा।
  • मशीन की बैटरी को स्विच ऑफ मोड में भी चार्ज किया जा सकता है।
  • केरोसिन या अन्य सामग्री की मिलने पर स्टॉक की जानकारी को भरने के बाद लॉग आउट करना अनिवार्य है।
  • पेपर रोल को प्रिंटर कैबिनेट में रखने के बाद, आपको इसे ठीक से लॉक करना होगा।
  • जब मशीन उपयोग में न हो तो आपको मशीन को बंद रखना चाहिए, मशीन के एंटेना के थ्रेडिंग और अनथ्रेडिंग का उचित ध्यान रखना आवश्यक है।
  • छपाई के लिए आपको कागज के रोल को आगे की दिशा में रखना होगा।
  • यदि आप कागज के रोल को पीछे की ओर रखेंगे तो प्रिंट आउट नहीं निकल पाएगा।
  • बायोमेट्रिक स्कैन के लिए फिंगरप्रिंट स्कैनर प्रोक्योरमेंट मशीन में पहले से है, इस स्कैनर का उपयोग आपको बहुत ही सावधानी से करना होगा।
  • मशीन के टर्मिनल को खोलने के बाद, आपको थोड़ा इंतज़ार करना होगा, जब तक एलसीडी का लास्ट लाइन सिग्नल बार में 1E या 2E लिखकर ना आ जाता है।
  • बैटरी को चार्ज करने के लिए सप्लाई एडाप्टर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, और प्रिंट करने के लिए आपको अच्छी गुणवत्ता का कागज इस्तेमाल करना है।

Don’t

  • मशीन के टर्मिनल को मेटल पार्टिकल, पानी या फिर धूल में से बचा कर रखें।
  • मशीन के तार को ना हिलाएं ना ही उस पर कुछ रखें, उसकी साफ सफाई का रखे।
  • एलसीडी टच पर पेन, पेंसिल या स्क्रुड्राइवर का उपयोग ना करें।
  • मशीन के प्लग को गिला हाथों से ना छुएं।
  • टर्मिनल की बैटरी को बाहरी चार्जर से चार्ज करने की कोशिश ना करें।
  • मशीन को साफ करने के लिए गिले या एरोसोल क्लीनर का उपयोग ना करें।
  • GL11 टर्मिनल को इस्तेमाल करने से पहले एलसीडी स्टिकर हटा दें।
  • फिंगरप्रिंट स्कैनर को भी पेन, पेंसिल या फिर मेटल से ना छुए। ना ही उसे किसी गिले पदार्थ से साफ करें, और सिम कार्ड को ना हटाए।
  • यदि आप मशीन का उपयोग कर रहे है तो आपको उपयोग करते समय पीओएस टर्मिनल के बैटरी कवर को नहीं खोले।
  • पीओएस टर्मिनल को खोलने के बाद एंटीना को कनेक्ट ना करें, और VISIONTEK GL-11 के टर्मिनल पर लगा कोई भी स्टिकर ना हटाए।

यह भी पढ़े – UP गन्ना पर्ची कैलेंडर कैसे देखे | Ganna Parchi Calendar 2019-2020 @caneup.in

हम उम्मीद करते हैं की आपको UP गेहूं खरीद किसान पंजीकरण से सम्बंधित जानकारी जरूर लाभदायक लगी होंगी। इस लेख में हमने आपके द्वारा पूछे जाने वाले सभी सवालो के जवाब देने की कोशिश की है।

यदि अभी भी आपके पास इस योजना से सम्बंधित सवाल है तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। इसके साथ ही आप हमारी वेबसाइट को बुकमार्क भी कर सकते हैं।

Leave a Comment