Draupadi Murmu Biography मेरे प्यारे दोस्तों आज हम एक ऐसी महिला के बारे में चर्चा करेंगे जिन्होंने अपने साहस और कार्यों से लोगों का मन जीता है – Draupadi Murmu Biography “द्रौपदी मुर्मू”। यह महिला एक उच्च न्यायिक और राजनेत्री हैं, जिन्होंने अपने कामों से अनगिनत लोगों को प्रेरित किया है। क्योंकि आज हम Draupadi Murmu Biography द्रौपदी मुर्मू के बारे में सभी जानकरी विस्तारपूर्वक देने वाले हैं जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे Draupadi Murmu Biography लेख के साथ अंत तक जुड़े रहे| तो दोस्तों आइए जानते हैं Draupadi Murmu Biography के बारे में.
Table of Contents
जाने द्रौपदी मुर्मू कौन है
दोस्तों, आज हम जानेंगे द्रौपदी मुर्मू के बारे में, जो भारतीय राजनीति में एक प्रमुख हस्ती हैं। द्रौपदी मुर्मू ने अपने कड़ी मेहनत और समर्पण से भारतीय जनता पार्टी में एक मजबूत पहचान बनाई है। उन्होंने वर्षों से पार्टी की सेवा की है और कई अहम भूमिकाओं में योगदान दिया है। हाल ही में, भारतीय जनतांत्रिक गठबंधन ने द्रौपदी मुर्मू को भारत के अगले राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया है, जो उनके राजनीतिक करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
इससे पहले, द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल के रूप में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं, जहां उनके कार्यों को काफी सराहा गया। उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें 2007 में उड़ीसा विधानसभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक का नीलकंठ पुरस्कार भी मिला। यह पुरस्कार उनके समर्पण और लोक सेवा के प्रति उनके उत्कृष्ट योगदान का प्रतीक है।
Draupadi Murmu का जीवन परिचय
द्रौपदी मुर्मू का जीवन एक प्रेरणादायक यात्रा है, जो संघर्ष, साहस, और सफलता की मिसाल पेश करती है। उनका जन्म 20 जून 1958 को उड़ीसा के मयूरभंज जिले के बेदपोसी गांव में एक संथाल परिवार में हुआ था। द्रौपदी मुर्मू के पिता, बिरंचि नारायण टुडे, का योगदान उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला था। उन्होंने अपनी बेटी को कठिनाइयों का सामना करने और अपने सपनों को पूरा करने की शिक्षा दी।
द्रौपदी मुर्मू की शादी श्याम चरण मुर्मू से हुई थी, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनकी जिंदगी में कई कठिनाइयां आईं, खासकर तब जब उन्होंने अपने दो बेटों को खो दिया। इस दर्दनाक घटना के बावजूद, द्रौपदी मुर्मू ने हिम्मत नहीं हारी और जीवन में आगे बढ़ती रहीं। उनकी एकमात्र संतान, बेटी इतिश्री मुर्मू, उनकी शक्ति और प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है। इतिश्री के सहारे ही द्रौपदी मुर्मू ने अपने जीवन को फिर से संवारा और कठिन समय को पार किया।
द्रौपदी मुर्मू ने शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। उनकी जीवनी हमें यह सिखाती है कि जीवन में चाहे कितनी भी चुनौतियां क्यों न आएं, हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए। आज द्रौपदी मुर्मू एक प्रेरणास्रोत हैं, जो हमें यह बताते हैं कि कठिनाईयों से लड़कर सफलता कैसे प्राप्त की जा सकती है।
द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति क्यों घोषित की गई
द्रौपदी मुर्मू, जो वर्तमान में 64 वर्ष की हैं, ने भारतीय राजनीति में अपनी एक खास पहचान बनाई है। उनका जीवन संघर्ष और सफलता की प्रेरणा से भरा हुआ है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ उनका लंबा और प्रभावशाली राजनीतिक सफर रहा है। उन्होंने 9 साल तक विधायक के रूप में अपनी सेवाएं दीं और तीन अलग-अलग क्षेत्रों में मंत्री के तौर पर कार्य करके अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा मनवाया। इसके अलावा, पिछले 6 वर्षों से वे झारखंड की राज्यपाल के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रही हैं।
मुर्मू जी का राजनीतिक अनुभव और उनकी निष्ठा ने उन्हें एक कुशल और सम्मानित नेता बनाया है। उन्होंने अपने कार्यकाल में कई अहम फैसले लेकर समाज के विभिन्न वर्गों की सेवा की है। अब, द्रौपदी मुर्मू ने निर्णय लिया है कि वे अपने राजनीतिक करियर को एक शानदार अंत देना चाहती हैं। उनकी यह इच्छा और एनडीए की सराहना ने उन्हें आने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में उभारा है।
जाने द्रौपदी मुर्मू की शिक्षा कहा और कैसे हुई
द्रौपदी मुर्मू का जन्म एक आदिवासी परिवार में हुआ, जहां संसाधनों की कमी होने के बावजूद उन्होंने शिक्षा को अपनी प्राथमिकता बनाई। प्रारंभिक शिक्षा उन्होंने अपने इलाके के एक निजी स्कूल से प्राप्त की, जहाँ उन्होंने 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई पूरी की। उनकी शिक्षा की राह आसान नहीं थी, लेकिन उन्होंने हर चुनौती का सामना करते हुए इसे सफलतापूर्वक पूरा किया।
द्रौपदी मुर्मू ने स्नातक की शिक्षा के लिए भुवनेश्वर के रामा देवी महिला कॉलेज का चयन किया, जो उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। इस कॉलेज से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की और अपनी शिक्षा को एक नए आयाम पर पहुँचाया। स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, उन्होंने उड़ीसा में बिजली विभाग में नौकरी हासिल की।
1979 में द्रौपदी मुर्मू ने उड़ीसा के बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के तौर पर अपनी नौकरी की शुरुआत की। उन्होंने 1983 तक इस पद पर कार्य किया, इस दौरान उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से विभाग में अपनी पहचान बनाई। यह उनके जीवन का वह दौर था, जब उन्होंने अपने अनुभवों और कड़ी मेहनत से आगे बढ़ने का संकल्प लिया।
दिल्ली डोर स्टेप डिलीवरी योजना
Draupadi Murmu का पारिवारिक परिचय
द्रौपदी मुर्मू के पिता जी का नाम बिरांची नारायण टुडे हैं | इनके पति का नाम श्याम चरण मुर्मू तथा इनकी बेटी का नाम इतिश्री मुर्मू था|
द्रौपदी मुर्मू की जीवन उपलब्धियां
- Draupadi Murmu ने बहुत सारी उपलब्धियों को हासिल किया है राजनीति के क्षेत्र में एक महिला के रूप में इन्होंने काफी उम्दा कार्य किया है जिसकी एक संक्षिप्त सूची हम आपको नीचे दर्श आएंगे|
- द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली आदिवासी राज्यपाल है|
- द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राज्यपाल हैं|
- 2000 से 2009 तक उड़ीसा के रायरंगपुर से इन्होंने विधायक का इलेक्शन जीता है|
- इसके अतिरिक्त द्रौपदी जी 2002 से 2004 तक उड़ीसा में पशुपालन और मत्स्य डिपार्टमेंट की मंत्री रही है|
- उन्होंने 2009 तक उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति के मोर्चे को संभाला है|
- इसके बाद उन्होंने 2015 से 2021 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया है|
- राष्ट्रपति चुनाव 2022 में द्रौपदी मुर्मू 15 महामहिम राष्ट्रपति के रूप में चुनी गई|
एमपी मुख्यमंत्री जन आवास योजना
Draupadi Murmu Biography
पूरा नाम | द्रौपदी मुर्मू |
जन्म स्थान | मयूरभंज, उड़ीसा भारत |
आयु | 64 साल |
जन्मतिथि | 20 जून 1958 |
पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
पिता का नाम | बिरांची नारायण टुडू |
बेटी का नाम | इतिश्री मुर्मू |
वैवाहिक स्थिति | विधवा |
शिक्षा | कला स्नातक |
लंबाई | 5 फ़ीट 4 इंच |
वजन | 74 किलो |
नागरिकता | भारतीय |
जाति | अनुसूचित जनजाति |
धर्म | Hindu |
संपत्ति | 10 लाख |
भारतीय जनता पार्टी से कब जुड़ी | 1997 |
द्रुपदी मुर्मू का का राजनीतिक परिचय
- द्रौपदी मुर्मू ने 1997 में नगर पंचायत का पार्षद चुनाव जीत कर अपना कदम राजनीति में रखा|
- (Draupadi Murmu) द्रोपदी मुर्मू उड़ीसा के मयूरभंज जिले की रायरंगपुर सीट से 2 बार भारतीय जनता पार्टी से विधानसभा का टिकट लेकर विधायक भी रह चुकी हैं|
- द्रौपदी मुर्मू को 2015 में झारखंड की नई राजयपाल बनाया गया|
- इसके आलावा झारखंड की पहली राजयपाल द्रौपदी मुर्मू को बनाया गया|
- यदि भारतीय जनता पार्टी की और से बनी उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू जीत जाती हैं| तो पहली राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के बाद दूसरी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मानी जाएगी|
द्रौपदी मुर्मू संबंधित रोचक जानकारी
- द्रौपदी मुर्मू झारखंड की प्रचलित राजनेता है इन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य हैं जिनके बारे में हर किसी को जानकारी प्राप्त होनी चाहिए जो हम आपको नीचे बताने वाले हैं|
- द्रौपदी मुर्मू का जन्म उड़ीसा के छोटे से गांव में हुआ था जहां उनके दादा-दादी प्रधान हुआ करते थे|
- द्रौपदी मुर्मू ने भुवनेश्वर मैं महिला कॉलेज से अपनी पढ़ाई को पूरा किया जिसके बाद उन्होंने बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के तौर पर कुछ सालों तक कार्य किया|
- इसके बाद उनकी शादी उनके बचपन के दोस्त श्याम शरण मुर्मू से हुई जो उस वक्त एक बैंकर के तौर पर कार्य करते थे इसके बाद उन्होंने दो बेटे और एक बेटी को जन्म दिया|
- इसके बाद उन्होंने 1997 तक अध्यापिका के तौर पर कार्य किया|
- इसके बाद द्रौपदी जी की प्रचलिता बड़ी तेजी से बढ़ने लगी और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को ज्वाइन किया|
- राजनीति में कदम रखने के बाद अलग-अलग क्षेत्र में अच्छी बहुमत से चुनाव जीतने के बाद वह राजनीति में एक प्रचलित चेहरा बनी|
- दुर्भाग्यवश 2014 में उनके पति और दो बेटे की अकाल मृत्यु अलग अलग समय और हुई|
- उसके बाद उन्होंने अपनी बेटी की शादी भुवनेश्वर में करवाई|
- उसके बाद 2015 से 2021 तक द्रुपदी मुर्मू झारखण्ड के राज्यपाल के रूप में कार्य किया|
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना
भारत की पहली आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू बनी देश की सबसे कम उम्र की युवा राष्ट्पति
द्रौपदी मुर्मू देश के सर्वोच्च पद पर निर्वाचित होने वाली प्रथम आदिवासी महिला राजनेता है द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून, 1958 को उड़ीसा में मयूरभंज जिले के वैदापोसी गांव में हुआ । द्रौपदी मुर्मू आदिवासी समुदाय संथाल से सम्बन्ध रखने वाली महिला हैं।द्रौपदी मुर्मू ने अपनी BA की डिग्री रमादेवी महिला विश्वविद्यालय भुवनेश्वर से प्राप्त की है। द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद पर नियुक्त होने से पहले 2015 – 2021 तक झारखण्ड की राज्यपाल रह चुकी है । यह झारखण्ड की प्रथम महिला राज़्यपाल भी है।
इस से पहले 1997 में रायरंगपुर से नगर पंचायत पार्षद बनी। फिर इसके बाद वह दो बार उड़ीसा के रायरंगपुर से विधायक भी रही इसी के साथ भाजपा और बीजू जनता दल की गठबंधन सरकार में मंत्री भी रह चुकी है । द्रौपदी मुर्मू लम्बे समय से राजनीति से जुडी हुई है। इसी के साथ ही इन्होने भारत की दूसरी महिला राष्ट्पति होने की उपलब्धि हासिल की है| द्रौपदी मुर्मू को 21 जुलाई 2022 को भारत की 15 वे राष्ट्पति के रूप पे चुना गया है| द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को राष्ट्पति पद की शपथ लेगी|
Draupadi Murmu Updates
18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव हैं |N.D.A. ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया हैं| यही विपक्ष की और से यशवंत सिन्हा चुनाव मैदान में हैं| द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को अपने ग्रह राज्य उड़ीसा से दिल्ली पहुंची दिल्ली में उन्होंने P.M. Modi Home minister Amit Shah और B.J.P. अध्यक्ष J.P. Nadda से मुलाकात की|
4 सेट में किया नाम दाखिल
द्रौपदी मुर्मू को लेकर सभी Updates हम इस लेख के माध्यम से आपको दे रहे हैं| आपको बता दी द्रौपदी मुर्मू ने कगार सेट का नामांकन भरा पहले सेट में पी.एम. मोदी प्रस्तावक और राजनाथ सिंह अनुमोदक हैं| इस सेट मैं अभी तक 60 प्रस्तावक का नाम हैं| और 60 अनुमोदक का इस हिसाब से देखा जाये तो हर सेट 120 नाम हैं|
Some important points
- दुसरे सेट में बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा प्रस्तावक हैं|
- इसमें भी 60 प्रस्तावक और 60 अनुमोदक हैं|
- तीसरा सेट हिमाचल और हरियाणा के विधायकों का हैं वे ही प्रस्तावक और अनुमोदक हैं|
- चौथा सेट गुजरात के विधायकों का हैं| तथा वे ही प्रस्तावक और वे ही अनुमोदक हैं|
द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के नेताओ से माँगा समर्थन
N.D.A. की राष्ट्रपति पद की उमीदवार द्रौपदी मुर्मू ने विपक्ष के लोगो से समर्थन मांगा हैं| उन्होंने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और N.C.P. शारद पावर से बात की और राष्ट्रपति चुनाव में अपने लिए समर्थन मांगा|
Current Updates
N.D.A. के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी ने संसद भवन में माननीय प्रधानमंत्री जी माननीय केंद्रीय केबिनेट मंत्रियो B.J.P. और N.C.P. शासित राज्यों के माननीय मुख्य मंत्री गड़ो वे माननीय उप मुख्यमंत्री गाडो की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया|
संसद भवन पहुची द्रौपदी मुर्मू
राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने नामांकन दाखिल करने से पहले महात्मा गाँधी , बी.आर . आंबेडकर और बिरसा मुंडा की मूर्तियों को श्रद्धांजलि दी
FAQs
द्रौपदी मुर्मू को कौन सा पुरस्कार मिला ?
सर्वश्रेष्ट विधायक के तोर पर सन 2007 में द्रौपदी मुर्मू को नीलकंठ पुरूस्कार दिया गया|
द्रौपदी मुर्मू कौन हैं ?
द्रौपदी मुर्मू भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रपति पद के लिए नई उमीदवार हैं|
भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति कौन थी ?
प्रतिभा पाटिल भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति थी|
झारखंड की पहली महिला राजयपाल कौन थी ?
द्रौपदी मुर्मू झारखंड की पहली महिला राजयपाल थी|