उत्तर प्रदेश खसरा खतौनी भूलेख | ऑनलाइन खतौनी नकल उत्तर प्रदेश (भूलेख) | Uttar Pradesh Online Land Records Verification 2022 | Uttar Pradesh Bhulekh in Hindi
हम जानते हैं कि उत्तर प्रदेश भूलेख से जुडी सभी जानकारी अब ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध करा दी गयी है। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के नागरिकों की ज़मीनी जानकारी का विवरण UP Bhulekh Portal की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दी गयी है। राज्य के इच्छुक लाभार्थी अपनी ज़मीन की जानकारी लेना चाहते हैं वे कम्प्यूटरीकरण और डिजिटलीकरण प्रक्रिया के माध्यम से UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं। राज्य के नागरिको को इस पोर्टल के माध्यम से अपनी ज़मीन का विवरण प्राप्त कर सकते हैं। भूलेख का सही अर्थ होता है कि जमीन का पूरा विवरण, इसके द्वारा आप जमीन पर मालिकाना हक जता सकते हैं, क्योंकि इसमें आपकी ज़मीन का पूरा विवरण दिया गया है।
Table of Contents
उप भूलेख | UP Bhulekh
हम जानते हैं कि इस भूलेख को अलग अलग जगहों पर कई विभिन्न नाम से सम्बोधित किया जाता है जैसे- भूमि अभिलेख, खेत के कागज़ात, खेत का नक्शा, भूमि का ब्यौरा, खाता आदि। उत्तर प्रदेश के नागरिकों की भूमि की जानकारी कम्प्यूटरीकरण और डिजिटलीकरण करने के लिए UP Bhulekh Portal की शुरुरात की गयी है। इस पोर्टल पर राज्य के सभी नागरिकों की भूमि रिकॉर्ड सुरक्षित रखे जा सकेंगे। उत्तर प्रदेश के नागरिक इस पोर्टल के मध्यम से घर बैठे आसानी से अपनी भूमि का पूरा विवरण प्राप्त कर सकते है। उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल का निर्माण राज्य के भूमि रिकार्ड को कंप्यूटरीकृत और डिजिटलीकृत करने के लिए इस प्रकार किया गया है कि भू-अभिलेखों के प्रतिदिन की गतिविधियों को सुव्यवस्थित और सुरक्षित किया जा सके, जिससे कभी-भी लोग अपनी ज़मीन की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
UP Bhulekh Portal
इस पोर्टल के माध्यम से आप अपनी ज़मीन का पूरा विवरण सुरक्षित रख सकते हैं। अपनी ज़मीन का विवरण देखकर आप अपना मालिकाना हक़ बता सकते हैं क्योकि इसमें आपकी ज़मीन से जुडी सभी जानकारी बिलकुल सही दी जाती है। UP Bhulekh Portal के ज़रिये आप अपनी ज़मीन का मैप देख सकते हैं या मैप डाउनलोड भी कर सकते हैं, जिससे आपके पास भी अपनी ज़मीन की जानकारी भी होगी। इस उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल की सुविधा के शुरू होने से पहले राज्य के नागरिकों को अपनी भूमि कि जमाबंदी ,खसरा ,खतौनी ,भूमि का नक्शा तथा अन्य सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए कार्यालय जाना पड़ता था और कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था लेकिन अब उत्तर प्रदेश के लोग घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल पर सरलता से ऑनलाइन देख सकते है।
मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना
Highlights of Uttar Pradesh Bhulekh
नाम | UP Bhulekh Land Records Khasra Khatauni Nakal |
भू अभिलेखों के कम्प्यूटरीकरण की शुरुआत | 2 मई 2016 |
आरम्भ की गई | उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा |
लाभार्थी | राज्य के निवासी |
लाभ | भूमि से संबंधित रिकॉर्ड की ऑनलाइन उपलब्धता |
श्रेणी | उत्तर प्रदेश सरकारी योजनाएं |
आधिकारिक वेबसाइट | http://upbhulekh.gov.in/ |
यूपी वरासत अभियान
उत्तर प्रदेश विरासत अभियान उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू एक ऐसा अभियान है जिसके तहत खतौनी में विवादित उत्तराधिकार दर्ज किया जाएगा। इस अभियान को 15 दिसंबर 2020 से 15 फरवरी 2021 तक चलाया जाएगा। सरकार ने यूपी वरासत अभियान के सफल कार्यान्वयन के लिए एक हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आईडी भी जारी की है। इस अभियान के सफल कार्यवन्तन के बाद, सरकार द्वारा टीमों को जिलों में भेजा जाएगा, जो यह सुनिश्चित करेंगी कि निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई मामला खतौनी में दर्ज होना रह न गया हो।
UP VRASAT Campaign Helpline Number
सरकार ने यूपी वरासत अभियान के लिए जो हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है वह 0522-2620477 है। इसके अलावा आप दूसरे हेल्पलाइन नंबर जोकि 1076 है, पर भी संपर्क कर सकते हैं। इस हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करके आप अभियान से सम्बंधित जानकारी ले सकते है। कॉल के साथ आप ईमेल के माध्यम से भी अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं या अपनी समस्या का समाधान ले सकते है। संपर्क के लिए आप ईमेल आईडी abhiyanvarasat@gmail.com पर मेल सेन्ड कर सकते है।
यूपी वरासत अभियान शेड्यूल
राजस्व/तहसील अधिकारियों द्वारा वरासत हेतु प्रार्थना पत्र लेना तथा उसे ऑनलाइन करने की प्रक्रिया | 15 दिसंबर 2020 से 30 दिसंबर 2020 तक |
लेखपालों द्वारा ऑनलाइन जांच की प्रक्रिया | 31 दिसंबर 2020 से 15 जनवरी 2021 तक |
राजस्व निरीक्षक द्वारा जांच का आदेश पारित करने की प्रक्रिया | 16 जनवरी 2021 से 31 जनवरी 2021 तक |
यह सुनिश्चित करना कि यूपी में उत्तराधिकार विवाद का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से शेष ना रहा हो | 1 फरवरी 2021 से 7 फरवरी 2021 तक |
जिला अधिकारियों तथा अन्य अफसरों द्वारा निर्विवाद उत्तराधिकार के समस्त लंबित प्रकरणों को पूर्ण करना | 8 फरवरी 2021 से 15 फरवरी 2021 तक |
जमीन और संपत्ति के मामलो में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू किए गए यूपी वरसात अभियान 2022 के सम्बन्ध में अन्य जानकारी के लिए यहां क्लिक करे
उत्तर प्रदेश भू अभिलेखों का कंप्यूटरीकरण
केंद्र सरकार के द्वारा भारत को डिजिटल राष्ट बनाने की और कदम बढ़ाते हुए डिजिटलीकरण की प्रक्रिया चलाई जा रही है। इसी के तहत उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा नागरिको की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भू अभिलेखों के कम्प्यूटरीकरण की प्रकिया को शुरू कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में भूलेख पोर्टल का शुभारम्भ 2 मई 2016 को किया गया था जिसे प्रदेश के सभी तहसीलों में लागु कर दिया गया है। इस भूलेख पोर्टल पर प्रदेश के सभी जिलों की भूमि की जानकारी उपलब्ध है। इस पोर्टल की शुरुआत के बाद भू अभिलेखों से सम्बंधित गतिविधिओ को पूरा करने में नागरिको को होने वाली परेशानियों को कम किया जा स्का है। UP Bhulekh Portal की शुरुआत के बाद अब नागरिक घर बैठे ऑनलाइन मोड में भूमि के मालिक और भू अभिलेखों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस पोर्टल के लांच किये जाने से प्रकिया में पारदर्शिता आयी है जिससे समय और पैसे की बचत संभव हुई है।
यूपी भूलेख पोर्टल का उद्देश्य
हम जानते हैं कि नागरिकों को अपनी भूमि कि जमाबंदी ,खसरा ,खतौनी ,भूमि का नक्शा तथा अन्य सभी जानकारी प्राप्त करने के लिए कार्यालय जाना पड़ता था, जिससे समय का बहुत नुकसान होता था। इस कोविड-19 के समय में लोगों को घर से बहार निकलने में बीमारी का खतरा लगा रहता है। इसी समस्या को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा UP Bhulekh Portal की शुरुआत की गयी है। इस उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल का मुख्य उद्देश्य यह है कि कम्प्यूटरीकरण और डिजिटलीकरण प्रक्रिया के माध्यम से भूमि के रिकॉर्ड को सुव्यवस्थित करना है। यह प्रक्रिया प्रणाली पिछली प्रणाली की तुलना में बहुत ही व्यवस्थित और पारदर्शी है। अब लोग इंटरनेट के माध्यम से UP Bhulekh Portal पर अपनी ज़मीन की जानकारी ले सकेंगे। इस पोर्टल के ज़रिये नागरिकों को अपनी ज़मीन का विवरण आसानी से मिल सकेगा और उनको कहीं जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
उप भूलेख पोर्टल के लाभ
- उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल के माध्यम से राज्य के लोग अपना खसरा नंबर और जमाबंदी नंबर डालकर अपनी भूमि का नक्शा डाउनलोड कर सकते है।
- घर बैठे बड़ी आसानी से राज्य के लोग अपनी ज़मीन का पूरा विवरण ऑनलाइन पोर्टल पर देख सकते है।
- इस पोर्टल की कारण उत्तर प्रदेश के लोगो को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उनके समय की भी बचत होगी।
- UP Bhulekh की जानकारी प्राप्त करने के लिए लोगो को पटवारखाने जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
यूपी भूलेख खसरा खतौनी जमाबंदी नकल ऑनलाइन कैसे देखे?
जो इच्छुक लाभार्थी भू-नक्शा उत्तर प्रदेश भूलेख खसरा, खतौनी की नकल ऑनलाइन पोर्टल पर देखना चाहते हैं, तो आपको नीचे दिए गए चरणों का पालन करना होगा-
- सबसे पहले आपको UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “खसरा नक़ल” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने अगला पेज खुल जायेगा।
- इस पेज पर आपको कैप्चा कोड दर्ज करके सबमिट के बटन पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको जिला, तहसील, ग्राम, खसरा /खतौनी नंबर या सर्वे नंबर या पट्टे आदि की जानकारी चयन करके आपको उचित टैब का चयन कर लेना है।
- इसके बाद आपको पूछी गयी जानकारी का विवरण दर्ज करके बॉक्स पर क्लिक कर देना है।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपके सामने भूलेख की सभी जानकारी प्रदर्शित हो जाएगी।
उत्तर प्रदेश में खेत, जमीन का नक्शा ऑनलाइन देखे
जो इच्छुक लाभार्थी अपनी जमीन का नक्शा ऑनलाइन पोर्टल पर देखना चाहते हैं, तो आपको नीचे दिए गए चरणों का पालन करना होगा-
- सबसे पहले आपको भू नक्शा उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको अपना जिला तहसील और गांव चयन कर देना है। इसके बाद आपके सामने चयनित क्षेत्र का नक्शा प्रदर्शित हो जायेगा।
- इसके बाद आपको नक्शे में अपने खेत /प्लाट खसरा नंबर पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपको उससे सम्बंधित जानकारी प्रदर्शित हो जाएगी, जो पेज के दायीं तरफ होगी।
- अब आपको मैप रिपोर्ट लेने के लिए “मैप रिपोर्ट लिंक” पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने मैप ऑनलाइन खुल जायेगा।
खतौनी की नकल प्रमाणित करे
- सबसे पहले आपको UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “खतौनी की नकल प्रमाणित करे” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस पेज पर आपको खतौनी की नकल प्रमाणित करने के लिए निम्न दो विकल्प दिए जायेंगे।
- तहसील भूलेख केन्द्र से जारी उद्दरण
- सी.एस.सी/लोकवाणी केन्द्र से जारी उद्दरण
- आप निम्न में से किसी एक विकल्प का चयन करके दिए गए स्थान में उद्दरण क्रमाँक दर्ज करने के बाद Submit बटन पर क्लिक कर दे।
यूपी भू नक्शा डाउनलोड करने की प्रक्रिया
जो इच्छुक लाभार्थी अपनी जमीन का नक्शा ऑनलाइन पोर्टल से डाउनलोड करना चाहते हैं, तो आपको नीचे दिए गए चरणों का पालन करना होगा-
- सबसे पहले आपको UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको अपने जिले, तहसील तथा गांव का चयन कर लेना है।
- अब आपको नक्शे में अपने खेत/प्लॉट के खसरा नंबर पर क्लिक कर देना है।
- इसके बाद आपके सामने भू नक्शा प्रदर्शित हो जायेगा।
- अब आप इस भू नक़्शे को डाउनलोड कर सकते हैं।
राजस्व ग्राम खतौनी का कोड जाने
- सबसे पहले आपको UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “राजस्व ग्राम खतौनी का कोड जाने” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको अपने जिले, तहसील तथा गांव का चयन कर देना है।
- अब आपके सामने राजस्व ग्राम खतौनी का कोड प्रदर्शित हो जायेगा।
भूखंड/गाटे का यूनिक कोड जाने
- सबसे पहले आपको UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “भूखंड/गाटे क्या यूनिकोड जाने” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको अपने जिले, तहसील तथा गांव का चयन कर देना है।
- अब आपके सामने सामने भूखंड/गाटे का यूनिक कोड प्रदर्शित हो जायेगा।
भूखंड/गाटे के वाद ग्रस्त होने की स्थिति जाने
- सबसे पहले आपको UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “भूखंड/गाटे के वाद ग्रस्त होने की स्थिति” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको अपने जिले, तहसील तथा गांव का चयन कर देना है।
- अब आपके सामने सामने भूखंड/गाटे के वाद ग्रस्त होने की स्थिति प्रदर्शित हो जाएगी।
भूखंड/गाटे की विक्रय की स्थिति जाने
- सबसे पहले आपको UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “भूखंड/गाटे के विक्रिए की स्थिति जाने” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको अपने जिले, तहसील तथा गांव का चयन कर देना है।
- अब आपके सामने सामने भूखंड/गाटे के विक्रिये की स्थिति प्रदर्शित हो जाएगी।
UP Bhulekh के घटक
- खसरा नंबर – यह एक विशिष्ट प्रकार की संख्या है जिसे भूमि के मालिक को दिया जाता है। इसके माध्यम से आप अपने खेत/प्लाट की जानकारी ले सकते हैं।
- खतौनी – खतौनी एक प्रकार का नंबर है जिसे कल्टीवेटर के सेट को दिया जाता है जो विभिन्न खसरा संख्याओं वाली भूमि के हिस्से पर खेती करता है।
- खेवट नंबर – यह एक प्रकार की संख्या है जिसे मालिकों के सेट को दी जाती है जिनके पास विभिन्न खसरा संख्या की भूमि का हिस्सा होता है।
- जमाबंदी नकल/फर्द – यह एक रिपोर्ट है जिसमे भूमि के मालिक का नाम, कल्टीवेटर का नाम, स्थान, खसरा नंबर और फसल विवरण, पट्टा विवरण आदि की जानकारी शामिल होती है।
UP Bhulekh ऑनलाइन जिलेवार सूची
आप दी गयी सूची के माध्यम से अपने क्षेत्र के अनुसार लैंड रिकॉर्ड यूपी भूलेख की जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं।
बदायूं | कानपुर नगर |
ललितपुर | कन्नौज |
अंबेडकर नगर | कानपुर देहात |
बागपत | झांसी |
अमरोहा | महोबा |
औरैया | कौशांबी |
अयोध्या | खेरी |
आजमगढ़ | कुशीनगर |
अमेठी | अलीगढ़ |
बहराइच | लखनऊ |
बलिया | कासगंज |
बलरामपुर | महाराजगंज |
बांदा | मणिपुर |
बाराबंकी | मथुरा |
बरेली | मऊ |
बस्ती | मेरठ |
बिजनौर | मिर्जापुर |
आगरा | मुरादाबाद |
बुलंदशहर | मुजफ्फरनगर |
चंदौली | पीलीभीत |
संभल | गाजियाबाद |
देवरिया | शाहजहांपुर |
सीतापुर | रायबरेली |
इटावा | रामपुर |
फर्रुखाबाद | सहारनपुर |
फतेहपुर | चित्रकूट |
फिरोजाबाद | संत कबीर नगर |
गौतम बुद्ध नगर | संत रविदास नगर |
प्रतापगढ़ | प्रयागराज |
गाजीपुर | शामली |
गोंडा | श्रावस्ती |
जलाऊं | सिद्धार्थनगर |
हमीरपुर | एटा |
हापुर | सोनभद्रआ |
हरदोई | सुल्तानपुर |
हाथरस | उन्नाव |
वाराणसी | गोरखपुर |
Type of Lands – उत्तर प्रदेश भूमि प्रकार सूची
क्रम स. | भूमि प्रकार | भूमि प्रकार का विवरण | भूमि प्रकार का कोड(गाटा यूनिक कोड का 15-16 अंक) |
1 | 1 | ऐसी भूमि, जिसमें सरकार अथवा गाँवसभा या अन्य स्थानीय अधिकारिकी जिसे1950 ई. के उ. प्र. ज. वि.एवं भू. व्य. अधि.की धारा 117 – क के अधीन भूमि का प्रबन्ध सौंपा गया हो , खेती करता हो । | 11 |
2 | 1-क | भूमि जो संक्रमणीय भूमिधरों केअधिकार में हो। | 12 |
3 | 1क(क) | रिक्त | 13 |
4 | 1-ख | ऐसी भूमि जो गवर्नमेंट ग्रांट एक्ट केअन्तर्गत व्यक्तियों के पास हो । | 14 |
5 | 2 | भूमि जो असंक्रमणीय भूमिधरो केअधिकार में हो। | 21 |
6 | 3 | भूमि जो असामियों के अध्यासन या अधिकारमें हो। | 31 |
7 | 4 | भूमि जो उस दशा में बिना आगम केअध्यासीनों के अधिकार में हो जब खसरेके स्तम्भ 4 में पहले से ही किसी व्यक्तिका नाम अभिलिखित न हो। | 41 |
8 | 4-क | उ.प्र. अधिकतम जोत सीमा आरोपण.अधि.अन्तर्गत अर्जित की गई अतिरिक्त भूमि -(क)जो उ.प्र.जोत सी.आ.अ.के उपबन्धो केअधीन किसी अन्तरिम अवधि के लिये किसी पट्टेदार द्वारा रखी गयी हो । | 42 |
9 | 4-क(ख) | अन्य भूमि । | 43 |
10 | 5-1 | कृषि योग्य भूमि – नई परती (परतीजदीद) | 51 |
11 | 5-2 | कृषि योग्य भूमि – पुरानी परती (परतीकदीम) | 52 |
12 | 5-3-क | कृषि योग्य बंजर – इमारती लकड़ी केवन। | 53 |
13 | 5-3-ख | कृषि योग्य बंजर – ऐसे वन जिसमें अन्यप्रकर के वृक्ष,झाडि़यों के झुन्ड,झाडि़याँ इत्यादि हों। | 54 |
14 | 5-3-ग | कृषि योग्य बंजर – स्थाई पशुचर भूमि तथा अन्य चराई की भूमियाँ । | 55 |
15 | 5-3-घ | कृषि योग्य बंजर – छप्पर छाने की घास तथा बाँस की कोठियाँ । | 56 |
16 | 5-3-ङ | अन्य कृषि योग्य बंजर भूमि। | 57 |
17 | 5-क (क) | वन भूमि जिस पर अनु.जन. व अन्य परम्परागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यत्ाा) अधि. – 2006 के अन्तर्गत वनाधिकार दिये गये हों – कृषि हेतु | 58 |
18 | 5-क (ख) | वन भूमि जिस पर अनु.जन. व अन्य परम्परागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यत्ाा) अधि. – 2006 के अन्तर्गत वनाधिकार दिये गये हों – आबादी हेतु | 59 |
19 | 5-क (ग) | वन भूमि जिस पर अनु.जन. व अन्य परम्परागत वन निवासी (वनाधिकारों की मान्यत्ाा) अधि. – 2006 के अन्तर्गत वनाधिकार दिये गये हों – सामुदायिक वनाधिकार हेतु | 60 |
20 | 6-1 | अकृषिक भूमि – जलमग्न भूमि । | 61 |
21 | 6-2 | अकृषिक भूमि – स्थल, सड़कें, रेलवे,भवन और ऐसी दूसरी भूमियां जोअकृषित उपयोगों के काम में लायी जाती हो। | 62 |
22 | 6-3 | कब्रिस्तान और श्मशान (मरघट) , ऐसेकब्रस्तानों और श्मशानों को छोड़ करजो खातेदारों की भूमि या आबादी क्षेत्र में स्थित हो। | 63 |
23 | 6-4 | जो अन्य कारणों से अकृषित हो । | 64 |
24 | 7 | भूमि जो असामियों के अघ्यासन या अधिकारमें हो। | 71 |
25 | 9 | भूमि के ऐसे अध्यासीन जिन्होने खसरे के स्तम्भ 4 में उल्लिखित व्यकि्त की सम्मतिके बिना भूमि पर अधिकार कर लिया हो। | 91 |
दैनिक वाद तालिका की जांच कैसे करे?
- सबसे पहले आपको UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “वाद सूची” के सेक्शन से “दैनिक वाद तालिका” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको पूछी गयी जानकारी का विवरण जैसे- स्तर, मण्डल, जनपद, तहसील, न्यायालय, सुनवाई तिथि आदि दर्ज कर देना है।
- सभी आवश्यक जानकारी दर्ज करने के बाद आपको “प्रदर्शित करें” के बटन पर क्लिक कर देना है।
- इस प्रकार आपके सामने दैनिक वाद तालिका की जानकारी प्रदर्शित हो जाएगी।
खतौनी अंश निर्धारण की नकल देखने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको UP Bhulekh की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “खतौनी अंश निर्धारण की नकल देखे” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने नया पेज खुल जायेगा।
- अब आपको अपनी डिस्ट्रिक्ट का चयन करना होगा। और इसके बाद आपको अपनी तहसील का चयन करना होगा।
- अब आपको अपने गांव का चयन करना होगा। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा, जिसमें आपको अपना खसरा/गाटा संख्या को भरना होगा।
- अब आपको सर्च के बटन पर क्लिक करना होगा, जैसे ही आप क्लिक करेंगे तो खतौनी अंश निर्धारण की नकल से सम्बन्धित जानकारी आपके सामने होगी |
पोर्टल पर लॉगिन करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले राजस्व परिषद, उत्तर प्रदेश की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल कर आएगा।
- अब होम पेज पर आपको लॉगइन के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा, जिसमें निम्नलिखित ऑप्शन आपके सामने खुलकर आएंगे।
- अब आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आपको अपना यूजर नेम, पासवर्ड और कैप्चा कोड भरना होगा। अब आपको लॉगिन के बटन पर क्लिक करना होगा।
- जैसे ही आप लॉगिन के बटन पर क्लिक करेंगे तो आप पोर्टल पर लॉगिन हो जाएगे।
परगना की सूची देखने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको राजस्व न्यायालय कंप्यूटरीकृत प्रबंधन प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “परगना” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल जायेगा।
- अब आपके सामने सूची में सभी परगना से संबंधित जानकारी दिखाई देगी ।
यूपी भूलेख मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको अपने मोबाइल फोन में अपने गूगल प्ले स्टोर में जाना होगा। इसके बाद अब आपको सर्च बॉक्स में यूपी भूलेख डालना होगा।
- अब आपको सर्च के विकल्प पर क्लिक करना होगा, जैसे ही आप क्लिक करेंगे तो आपके सामने एक सूची खुलकर आ जाएगी।
- अब आपको सूची में सबसे ऊपर वाले विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको इंस्टॉल के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- जैसे ही आप क्लिक करेंगे तो यू पी भूलेख मोबाइल ऐप आपके मोबाइल फोन में डाउनलोड होने लगेगा।
वाद दायर सुनवाई तिथि जाने
- सबसे पहले आपको राजस्व न्यायालय कंप्यूटरीकृत प्रबंधन प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “वाद खोज विधि” के सेक्शन से “सुनवाई तिथि” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको पूछी गयी जानकारी का विवरण जैसे- स्तर, मण्डल, जनपद, तहसील, न्यायालय, सुनवाई तिथि आदि दर्ज कर देना है।
- सभी आवश्यक जानकारी दर्ज करने के बाद आपको “प्रदर्शित करें” के बटन पर क्लिक कर देना है।
- इस प्रकार आपके सामने वाद दायर सुनवाई तिथि की जानकारी प्रदर्शित हो जाएगी।
राजस्व ग्राम कोड (सेन्सस कोड) देखें
सबसे पहले आपको राजस्व न्यायालय कंप्यूटरीकृत प्रबंधन प्रणाली, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
वेबसाइट के होम पेज पर आपको “वाद सूची” के सेक्शन से “कैविएट खोजें” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
इस फॉर्म में आपको पूछी गयी जानकारी का विवरण जैसे- कंप्यूटरीकृत कैविएट संख्या दर्ज कर देना है।
सभी आवश्यक जानकारी दर्ज करने के बाद आपको “प्रदर्शित करें” के बटन पर क्लिक कर देना है।
इस प्रकार आपके सामने राजस्व ग्राम कोड की जानकारी प्रदर्शित हो जाएगी।
मिलान खसरा संख्या देखे
- सबसे पहले आपको राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “अन्य महत्वपूर्ण लिंक” के सेक्शन से “मिलान खसरा” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको पूछी गयी जानकारी का विवरण जैसे- यूज़र प्रारूप, यूज़र, पासवर्ड, कैप्चा कोड आदि दर्ज कर देना है।
- सभी आवश्यक जानकारी दर्ज करने के बाद आपको “लॉगिन” के बटन पर क्लिक कर देना है।
- इस प्रकार आपके सामने मिलान खसरा संख्या की जानकारी प्रदर्शित हो जाएगी।
राजकीय आस्थान देखने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल कर आ जाएगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको राजकीय आस्थान के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
- इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा, जिसमें आपको अपने जनपद और तहसील का चयन करना होगा।
- सभी जानकारी का चयन करने के बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक कर देना है | इसके बाद राजकीय आस्थान से संबंधित जानकारी आपके डिवाइस पर खुल कर आ जाएगी |
राजस्व ग्राम सार्वजनिक संपत्ति रजिस्टर देखने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आपको राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। अब आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- इस होम पेज पर आपको राजस्व ग्राम सार्वजनिक संपत्ति रजिस्टर के विकल्प पर क्लिक कर देना है। अब आपके सामने एक फॉर्म खुल कर आ जायेगा।
- इसके बाद आपको इस पेज में अपने जिले का चयन कर देना है।
- अब आपको आपके जिले के सामने दिए गए संख्या पर क्लिक कर देना है।
- जैसे ही आप क्लिक करेंगे तो राजस्व ग्राम सार्वजनिक संपत्ति रजिस्टरसे संबंधित जानकारी आपके सामने होगी।
राजस्व ग्राम सार्वजनिक संपत्ति कैसे देखे?
- सबसे पहले आपको राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको राजस्व ग्राम सार्वजनिक संपत्ति के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस पेज में आपको अपने जनपद का चयन कर देना है। इसके बाद आपको अपने तहसील और ग्राम का चयन कर देना है।
- सभी जानकारी का चयन करने के बाद आपको अपने खसरा/गाटा संख्या को भरना होगी।
- अब आपको सर्च के विकल्प पर क्लिक कर देना है।
- आपके द्वारा सर्च के विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने संबंधित जानकारी आ जाएगी।
निशक्रांत संपत्ति कैसे देखे?
- सबसे पहले आपको राजस्व परिषद, उत्तर प्रदेश की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल कर आएगा।
- होम पेज पर आपको निशक्रांत संपत्ति के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जाएगा।
- अब इस पेज में आपको अपने जनपद का चयन करना होगा। और आपको अपने तहसील का चयन करना होगा।
- जैसे ही आप अपने तहसील का चयन करेंगे तो निशक्रांत संपत्ति से संबंधित जानकारी आपके डिवाइस स्क्रीन पर होगी।
शत्रु संपत्ति कैसे देखे?
- सबसे पहले आपको राजस्व परिषद, उत्तर प्रदेश की अधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। अब आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल कर आ जाएगा।
- अब होमपेज पर आपको शत्रु संपत्ति के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुलेगा, जिसमें आपको अपने जनपद का चयन करना होगा।
- अब आपको अपने तहसील का चयन करना होगा। और संबंधित जानकारी आपकी डिवाइस की स्क्रीन पर होगी।
शिकायत पंजीकरण कैसे करे?
- सबसे पहले आपको उत्तर प्रदेश भूलेख की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “शिकायत पंजीकरण” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको पूछी गयी जानकारी का विवरण दर्ज कर देना है।
- सभी आवश्यक जानकारी दर्ज करने के बाद आपको सबमिट के बटन पर क्लिक कर देना है।
- इस प्रकार आपकी शिकायत पंजीकरण प्रक्रिया सफल हो जाएगी।
दर्ज शिकायत की स्थिति जाने
- सबसे पहले आपको उत्तर प्रदेश भूलेख की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है। इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जायेगा।
- वेबसाइट के होम पेज पर आपको “शिकायत स्थिति जानें?” के विकल्प पर क्लिक कर देना है। इसके बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जायेगा।
- इस फॉर्म में आपको पूछी गयी जानकारी का विवरण दर्ज कर देना है।
- सभी आवश्यक जानकारी दर्ज करने के बाद आपको सर्च के बटन पर क्लिक कर देना है।
- इस प्रकार आपके सामने दर्ज शिकायत की स्थिति की जानकारी प्रदर्शित हो जाएगी।
संपर्क सूत्र
- राजस्व परिषद,उत्तर प्रदेश में स्थापित दूरभाष नम्बरों की सूची
क्रम संख्या | नाम | पद | दूरभाष संख्या |
1 | श्री योगी आदित्य नाथ | मा0 मुख्यमंत्री | 0522-2239298 |
2 | मा0 राजस्व मंत्री(MOS) | 0522-2238058 | |
3 | श्री दीपक त्रिवेदी, (आई0 ए0 एस0) | अध्यक्ष,राजस्व परिषद | |
4 | डा0 गुरदीप सिंह, (आई0 ए0 एस0) | प्रशासनिक सदस्य | 0522-2217104 |
5 | श्री सुजीत कुमार, (आई0 ए0 एस0) | सदस्य न्यायिक | 0522-2217110 |
6 | श्री आमोद कुमार, (आई0 ए0 एस0) | सदस्य न्यायिक | 0 |
7 | श्री आनंद कुमार सिंह, (आई0 ए0 एस0) | सदस्य न्यायिक | 0522-2217129 |
8 | श्री हरिशंकर उपाध्याय,(आई0 ए0 एस0) | सदस्य न्यायिक | 0532-2421086 |
9 | श्री रजनीश गुप्ता, (आई0 ए0 एस0) | आयुक्त एवं सचिव | 0 |
10 | श्री दिग्विजय सिंह , (आई0 ए0 एस0) | निदेशक (भूमि अध्याप्ति) | 0522-2217114 |
11 | श्री राजेश कुमार , (आई0 ए0 एस0) | अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त | 0522-2217130 |
12 | श्री एस0 के0 राय0 | अपर आयुक्त लेखा | 0522-2217126 |
13 | श्री भीष्म लाल वर्मा,(पी0सी0एस0) | उप भूमि व्यवस्था आयुक्त | 0522-2217120 |
14 | श्री जंगबहादुर,(पी0सी0एस0) | उप भूमि व्यवस्था आयुक्त | 0522-2217122 |
15 | उप भूमि व्यवस्था आयुक्त | 0522-2217123 | |
16 | श्रीमती रीना सिंह,(पी0सी0एस0) | स्टाफ ऑफिसर (माननीय अध्यक्ष) | 0522-2217117 |
17 | श्रीमती गरिमा स्वरूप,(पी0सी0एस0) | सहायक भूमि व्यवस्था आयुक्त | 0522-2217121 |
18 | श्री सुनील झा, (पी0सी0एस0) | ओ0 एस0 डी0 | 0522-2217206 |
19 | श्री राजेश कुमार त्रिपाठी | तकनीकी निदेशक(एन0आई0सी0) | 0522-2217155 |
20 | प्रलेखीकरण अधिकारी | 0522-2217185 | |
21 | श्री विनय कुमार मिश्रा | ओ0 एस0 डी0 | 0522-2217188 |
Contact Helpline
हमारी वेबसाइट माध्यम से आपको उत्तर प्रदेश भूलेख से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर दी है। यदि इसके बाद भी आपको किसी भी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो आप हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करके अपनी सभी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। आप निम्न हेल्पलाइन नंबर तथा ई मेल आईडी के माध्यम से सहायता प्राप्त कर सकते हैं-
- Computer Cell Board Of Revenue Lucknow, Uttar Pradesh
- E-mail Id- bhulekh-up@gov.in
- Helpline Number- 0522-2217145
Important Links
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राजस्व ग्राम सार्वजनिक संपत्ति रजिस्टर | यहां क्लिक करें |
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हम उम्मीद करते हैं की आपको उत्तर प्रदेश भूलेख से सम्बंधित जानकारी जरूर लाभदायक लगी होंगी। इस लेख में हमने आपके द्वारा पूछे जाने वाले सभी सवालो के जवाब देने की कोशिश की है।
यदि अभी भी आपके पास इस योजना से सम्बंधित सवाल है तो आप हमसे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं। इसके साथ ही आप हमारी वेबसाइट को बुकमार्क भी कर सकते हैं।
पूछे गए प्रश्नों के उत्तर
उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल राज्य सरकार द्वारा ऑनलाइन जमीनी विवरण देखने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे लोगो के समय की भी बचत होती है।
सभी इच्छुक नागरिक खसरा व खतौनी संख्या देकर खता विवरण की प्रति डाउनलोड कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के किसी भी जिले या गाँव का कोई भी व्यक्ति मांगी गई जानकारी देकर, खसरा खतौनी नक़ल (जमाबंदी) या जमीन का व्योरा निकाल सकता है।